गणतंत्र दिवस परेड के लिए उत्तराखंड की झांकी का अंतिम चयन हो गया है। सूचना विभाग की ओर से मानसखंड पर आधारित झांकी प्रस्तावित की गई थी। केंद्र सरकार की ओर से अंतिम रूप से इस बार नई दिल्ली कर्त्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड में ‘मानसखंड’ की झांकी का प्रदर्शन करने की मंजूरी दी गई है।
सूचना विभाग के महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने बताया कि झांकी के अग्र और मध्य भाग में कॉर्बेट नेशनल पार्क में विचरण करते हुए हिरन, बारहसिंघा, घुरल, मोर और उत्तराखंड में पाई जाने वाली विभिन्न पक्षियों की झांकी प्रदर्शित की गई है जबकि पृष्ठ भाग में प्रसिद्ध जागेश्वर मंदिर समूह और देवदार के वृक्षों को दिखाया जाएगा।
इसके साथ ही साथ ही उत्तराखंड की प्रसिद्ध लोक कला ‘ऐपण’ का भी झांकी के मॉडल में समावेश किया गया है। झांकी के साथ उत्तराखंड की लोक संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए छोलिया नृत्य का दल सम्मिलित होगा। झांकी का थीम सांग उत्तराखंड की लोक संस्कृति पर आधारित होगा। बता दें कि केदारनाथ व बदरीनाथ की तर्ज पर कुमाऊं के पौराणिक मंदिरों के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर मानसखंड मंदिर माला मिशन योजना पर काम किया जा रहा है।