उत्तराखंड में निवेश को बढ़ावा देने और नए निवेशकों को लुभाने के लिए राज्य में नवंबर या दिसंबर माह में इन्वेस्टर्स समिट आयोजित होना है। इसके साथ ही सरकार अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों को रिझाने के लिए दुबई और सिंगापुर में रोड शो भी आयोजित करने जा रही है। जिसके लिए धामी सरकार अभी से तैयारियों में जुट गई है।
प्रदेश सरकार ने शुरू की इन्वेस्टर्स समिट की तैयारी
उत्तराखंड में निवेश को बढ़ावा देने और नए निवेशकों को लुभाने के लिए राज्य में नवंबर या दिसंबर में इन्वेस्टर्स समिट आयोजित होगा। धामी सरकार इंवेस्टर समिट के लिए काफी उत्साहित है। सीएम धामी ने इंवेस्टर समिट की तैयारियों को समय से पूरा करने के अधियाकियों को निर्देश दे दिए हैं।
सीएम धामी ने बताया कि राज्य में इन्वेस्टर्स समिट के शुभारंभ के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध किया गया है। पूरी उम्मीद है कि पीएम मोदी इस इन्वेस्टर्स समिट का शुभारंभ करेंगे। वहीं सरकार से लेकर संगठन तक सीएम धामी के इस फैसले को ऐतिहासिक बता रहे हैं।
विपक्ष ने उठाए सवाल इन्वेस्टर्स समिट पर सवाल
सरकार के इस इन्वेस्टर्स समिट पर विपक्ष ने अभी से सवाल खड़े करने शुरु कर दिए है। इंवेस्टर समिट को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि इन्वेस्टर्स समिट को लेकर 100 करोड रुपए का एमओयू सरकार ने साइन कर लिया है। लेकिन सरकार ने जिस तरह का माहौल बना दिया है राज्य में उससे नहीं लगता है कि कोई भी इन्वेस्टर उत्तराखंड में अपना निवेश करेगा।
2018 में भी प्रदेश सरकार की ओर से किया गया था आयोजन
इंवेस्टर्स समिट से पहले ही विपक्ष ने इसपर सवाल खड़े कर दिए हैं। बता दें कि राज्य में 2018 में भी इंवेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया था। इस इंवेस्टर्स समिट में एक लाख 20 हजार करोड़ के राज्य में निवेश का दावा किया गया था। अब सवाल उठ रहें है कि क्या राज्य में निवेश बढ़ाने के लिए इंवेस्टर्स समिट ही एकमात्र रास्ता है?
इनपुट- सुशांत सिंह