महाराष्ट्र में ऑपरेशन लोटस के बाद से उत्तराखंड के सियासी गलियारों में मची हलचल की खबर दिखाने के बाद से प्रदेश की राजनीति में उबाल आ गया है। विधायकों में खलबली मच गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक विधायक एक-दूसरे को फोन कर पूछने लगे हैं।
उत्तराखंड में सियासी गलियारों में सुगबुगाहट हुई और भी तेज
एक खबर से उत्तराखंड की राजनीति में उबाल आ गया है। ऑपरेशन लोटस के दोबारा से उत्तराखंड में दोहराए जाने की खबरों ने जोर पकड़ लिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस बात के सामने आने के बाद प्रदेश के सत्ता के गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं।
विधायकों में मची खलबली
प्रदेश में ऑपरेशन लोटस के दोहराने की खबर से विधायकों में खलबली मच गई है। मिली जानकारी के मुताबिक विधायक एक दूसरे को फोन कर रहे हैं। सूत्रों की मानें तो अलग-अलग गुटों ने गुप्त बैंठकें बुला ली हैं। जबकि किन्हीं गुटों में तो बैठकें शुरू भी हो गई हैं।
उत्तराखंड की राजनीति में हो सकता है बड़ा बदलाव
जहां एक ओर प्रदेश में ऑपरेशन लोटस की चर्चाएं चल रही हैं। तो वहीं दूसरी ओर प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार भी चर्चाओं में है। इसी बीच कांग्रेस की प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी के ताजा बयान ने इन हलचल की खबरों को और भी तेज कर दिया है। उन्होंने अपने बयान में दल बदलने वालों नेताओं पर निशाना साधा है।
साथ ही इस बात की आशंका से पूरी तरह इंकार भी नहीं किया है कि बीजेपी जल्द ही कोई बड़ा राजनातिक फेरबदल कर देगी। ऐसे बयानों से साफ जाहिर होता है कि कांग्रेस को उत्तराखंड में फिर से ऑपरेशन लोटस के दोहराए जाने की पूरी आशंका है।
कब और कितनी जल्दी होगा बदलाव ?
इन सब खबरों और सामने आए बयानों के बीच संकेत मिल रहे हैं कि उत्तराखंड की राजनीति में जल्द ही कोई बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। अब देखना ये होगा कि ये बदलाव कब और कितनी जल्दी होता है ?