देहरादून:देहरादून समेत पूरे उत्तराखंड को हिलाकर रख देने वाली वारदात ने लोगों के साथ-साथ पुलिस के कान भी खड़े कर दिए थे. सौतेली मां के द्वारा बेटी की हत्या कर शव के दो टुकड़े कर देने के बाद हत्या का खुलासा तो हो गया लेकिन अब पुलिस गहराई में जाकर मामले की तलाश करेगी. एयरहोस्टेस का कोर्स कर रही सौतेली बेटी की नृशंस हत्या के कबूलनामे से भले ही पुलिस का काम आसान हो गया हो, मगर हत्या की मंशा क्या थी और दहलीज के भीतर वह कौन से हालात थे, जिन्होंने मीनू को इतना बड़ा कदम उठाने को मजबूर कर दिया। अदालत में पेश किए जाने वाले आरोप पत्र में पुलिस को इन तमाम घटनाक्रमों की कड़ी जोड़नी पड़ेगी, जिनके जवाब अभी तक अनुत्तरित हैं।
दरअसल, हत्यारोपी सौतेली मां मीनू के इरादों को भांपने के लिए पुलिस सोमवार को परिवार की संपत्ति का ब्योरा जुटाएगी। पुलिस के मुताबिक, इस पर भी गौर किया जाएगा कि कहीं अजीत सिंह ने मरते समय कोई वसीयत तो नहीं छोड़ी थी। यदि ऐसा है तो उसमें मीनू और प्राप्ति को क्या हक मिले थे।
बैंक अकाउंट को भी छानेगी पुलिस
मकान और दुकान का किराया कब से प्राप्ति के बैंक अकाउंट में आ रहा था। इसकी शुरुआत क्यों और कब हुई। अगर अजीत मौत के पहले इसका फैसला कर के गए थे तो पत्नी को यह अधिकार न देने के पीछे के कारण क्या थे। प्राप्ति हर महीने आने वाले 30 हजार रुपये किराये में से दो हजार रुपये बतौर खर्च कबसे से दे रही थी। जिसको लेकर मीनू लगातार परेशान थी। मीनू और प्राप्ति के बैंक अकाउंट और उनमें हुए लेनदेन की जांच कर पुलिस इसका पता लगाने की कोशिश करेगी.
क्या है मामला
कोतवाली के खुड़बुड़ा मोहल्ले के अंसारी मार्ग की रहने वाली मीनू पत्नी स्व.अजीत सिंह ने सौतेली बेटी प्राप्ति का मंगलवार रात कत्ल कर दिया था। हत्या के बाद शव के दो टुकड़े कर दिए थे। उसका इरादा था कि शव के और भी छोटे टुकड़े कर नाली में बहा देगी। मगर इससे पहले उसका भेद खुल गया। उधर मीनू का रविवार को हरिद्वार में अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में उसके नाते-रिश्तेदार मौजूद रहे।
बाहरी की तलाश में खंगाले फुटेज
जिस तरह से प्राप्ति का कत्ल किया गया, उससे पुलिस के भी गले यह बात गले नहीं उतर रही है कि इस कांड में वह अकेली थी। हालांकि, अब तक की जांच में मीनू का ही हाथ होने के साक्ष्य मिले हैं। फिर भी कमरे से मिले फिंगर प्रिंट से लेकर घर के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है।
मीनू के दिमाग में क्या चल रहा था, उसके मन में बेटी को लेकर इतनी नफरत क्यों और कैसे आई। यह जानने के लिए संपत्ति, बैंक अकाउंट और दोनों के मोबाइल की कॉल डिटेल निकलवाई जा रही है।
निवेदिता कुकरेती, एसएसपी, देहरादून