20 मई को उत्तराखंड के पांचवें धाम shri hemkund sahib के कपाट खुलने वाले हैं। जिसके लिए पंच प्यारों की अगुवाई में govindghat से पहला जत्था रवाना हो गया है। हेमकुंड साहिब व लक्ष्मण मंदिर के कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
Govindghat से धाम के लिए पहला जत्था हुआ रवाना
हेमकुंड साहिब व लक्ष्मण मंदिर के कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। शुक्रवार सुबह govindghat से पंच प्यारों की अगुवाई में जो बोले सो निहाल के जयकारों के साथ निशान साहिब के साथ यात्री घांघरिया के लिए रवाना हुए। पहले जत्थे में सात सौ से ज्यादा यात्री शामिल हैं।
शनिवार को खुलेंगे Shi hemkund sahib के कपाट
Shri hemkund sahib के कपाट 20 मई शनिवार को विधि विधान के साथ सुबह 10 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। इस से पहले शुक्रवार को गोविंद घाट गुरूद्वारा में सुबह गुरुवाणी अरदास, सुखमणी पाठ, शब्द-कीर्तन किया गया। जिसके बाद पहले जत्था धाम के लिए रवाना हुआ।
Hemkund sahib yatra में नहीं जा पाएंगे बच्चे और बुजुर्ग
Hemkund sahib yatra में बच्चे और बुजुर्ग नहीं जा पाएंगे। फिलहाल hemkund sahib yatra के लिए बुजुर्ग व बच्चों की मनाही है। हेमकुंड 4,632 मीटर की ऊंचाई पर बर्फीली झील के किनारे सात पहाड़ों के बीच में स्थित है। यहां पर मौसम अचानक बदल जाता है।
इस बार पिछले सालों के मुकाबले बहुत ज्यादा बर्फबारी हुई है। रास्तों पर 10 फीट बर्फ जमी हुई है। लगातार बर्फ को काटकर रास्ता बनाया जा रहा है। ऐसे में जिला प्रशासन ने फैसला लिया है कि फिलहाल बच्चों और बुजुर्गों के साथ ही बीमार लोगों को इस यात्रा से दूर रखा जाएगा।