शनिवार को बाबा नीम करौरी के धाम कैंची धाम में श्रद्धालुओं की संख्या इतनी बढ़ गई कि सारे इंतजाम कम पड़ गए। मंदिर में इतने श्रद्धालु पहुंचे कि जिला प्रशासन और मंदिर प्रबंधन के सारे इंतजाम नाकाफी साबित हुए। नैनीताल से कैंची तक हर ओर जाम ही जाम नजर आया।
कैंची धाम में उमड़ा आस्था का सैलाब
कैंची धाम सिर्फ देश में ही नहीं ब्लकि विदेशों में भी प्रसिद्ध है। धाम में यूं तो साल भर भक्तों का तांता लगा रहता है। लेकिन गर्मियों में अच्छे मौसम और मंदिर के स्थापना दिवस के कारण ज्यादा संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं।
आम तौर पर जून के महीने में मंदिर में लाखों की संख्या में भक्त आते हैं। लेकिन शनिवार को जैसे ही मंदिर के कपाट खुले तो भक्तों के हुजूम को संभालने में मंदिर प्रबंधन के कर्मचारियों को काफी जद्दोजहद करनी पड़ी।
मंदिर में 15 जून जैसा दिखा नजारा
15 जून को मंदिर का स्थापना दिवस मनाया जाता है। जिसमे लाखों की भीड़ मंदिर में आती है। लेकिन बावजूद इसके व्यवस्था बिगड़ती नहीं है। लेकिन शनिवार को मंदिर में लाइन इतनी लंबी थी कि 15 जून वाला नजारा ही देखने को मिला।
जबकि शनिवार को सारे इंतजार कम पड़ गए। 15 जून से पहले मंदिर प्रबंधन और जिला प्रशासन को भी इतनी भीड़ उमड़ने की संभावना नहीं थी।
कैंची से लेकर हल्द्वानी तक हर तरफ सड़कों जाम ही जाम
शनिवार को कैंची धाम का नजारा कुछ 15 जून जैसा ही था। हर तरफ जहां तक नजर जाए मंदिर के आस-पास श्रद्धालुओं की भीड़ ही नजर आ रही थी। मंदिर खुलने से पहले ही नीम करौली बाबा के दर्शन के लिए भक्तों की लंबी कतार लग गई थी।
सिर्फ भक्तों की ही नहीं कैंची से हल्द्वानी तक वाहनों की कतारें भी लग गई। हर तरफ जाम ही जाम था। घंटों तक लोग जाम में फंसे रहे। प्रशासन को जाम खुलवाने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। कैंची धाम, प्रबंध कमेटी के कार्यकारिणी सदस्य प्रदीप साह भय्यू ने बताया कि पिछले दो महीने में यहां लगभग दो लाख भक्त पहुंच चुके हैं।