हरिद्वार- अगर हर वर्दीधारी या यूं कहें की हर जिले का एसएसपी(कप्तान) ऐसा हो जाए तो अपराध करने से पहले भी कोई भी 10 बार सोचेगा. जी हां हरिद्वार एसएसपी ने ऐसा काम किया है कि आस-पास के लोगों में हड़कंप मच गया. जी हां एक बूढ़ी औरत की शिकायत पर एसएसपी खुद वहां उसके घर गए औऱ कलयुगी बेटे को सबक सिखाया.
दरअसल एक पीड़ित बुजुर्ग विधवा मां ने हरिद्वार एसएसपी कृष्ण कुमार वीके से लगाई मदद की गुहार लगाई थी, जिस पर तुंरत एक्शन लेते हुए आरोपी बेटे और उसकी पत्नी समेत तीन अन्य भाईयों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
बूढ़ी महिला को उसके बेटे ने निकाला घर से बाहर
हुआ यें की बीते दिनों एक बुजुर्ग महिला एसएसपी ऑफिस में कृष्ण कुमार वीके, एसएसपी हरिद्वार से मिलने पहुंची। पीड़िता ने बताया कि उसके बेटे ने उसे घर से निकाल दिया है। वह भूखी प्यासी सड़क पर घूम रही थी। जिसके बाद किसी राहगीर ने एसएसपी ऑफिस में बेटों की शिकायत करने को कहा। पीड़िता ने एसएसपी को अपना नाम नौरती देवी पत्नी स्वर्गीय सीताराम निवासी मौहल्ला मालियान, ज्वालापुर बताया।
नौरती देवी ने बताया कि उसके चार बेटे है। तीन बेटे चंडीगढ़ में रहते है जबकि एक बेटा गंगाराम ज्वालापुर में रहता है। गंगाराम और उसकी बहू ने करीब दो साल पूर्व उसे घर से निकाल दिया था। वह रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर रात गुजार रही थी। जबकि तीन अन्य बेटों ने उसकी कोई सुध नहीं ली है। नौरती देवी की व्यथा सुनने के बाद एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने अपने गनर और चालक को कार लेकर चलने का आदेश दिया।
कृष्ण कुमार ने बुजुर्ग नौरती देवी को अपने साथ सरकारी वाहन में बैठाकर उसके घर की तरफ रवाना हो गये। एसएसपी बुजुर्ग महिला के साथ सीधा उसके बेटे गंगाराम के पास पहुंच गये। घर पहुंचते ही एसएसपी ने बेटे गंगा सिंह और बहू राजेश्वरी देवी को कड़ी फटकार लगाई। बेटे को मां का सम्मान नहीं करने के लिये काफी डांटा। एसएसपी ने सम्मान पूर्वक बुजुर्ग महिला को घर में प्रवेश कराया और बेटे को किसी प्रकार की परेशानी नहीं देने की चेतावनी दी। नौरती देवी की शिकायत पर आरोपी बेटे गंगाराम उसकी पत्नी राजेश्वरी देवी और तीन अन्य बेटे कन्हैया, राजेश और प्रभु के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।