Rishikesh news: प्रदेशभर में हो रही भारी बारिश ने कहर बरपा रखा है। कई जनपदों में हो रही मूसलाधार बारिश के चलते आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। वहीं Ram Jhula Rishikesh पुल की नींव के आगे की जमीन और सपोर्टिंग वायर के प्लेटफार्म के नीचे कटाव होने से करीब 10 फीट हिस्सा गंगा में बह गया है। इसके अलावा बाकी हिस्से में दरारें आ गई है।
Rishikesh Ram Jhula पुल में दोपहिया वाहनों की आवाजाही रोकी
बता दें लोनिवि के इंजीनियरों ने निरीक्षण कर कटाव रोकने के लिए वायर क्रेट लगाने की योजना बनाई है। एहतियातन पुल पर दोपहिया वाहनों की आवाजाही को रोक दिया गया है।
पुल में लोग अब सिमित संख्या में ही पैदल आवाजाही कर सकते है। इसके लिए प्रशासन की ओर से मुनि की रेती और लक्ष्मणझूला पुलिस ने पुल के दोनों ओर पुलिस के जवानों की तैनाती की गई है।
खतरे के निशान को पार कर गई थी गंगा
बता दें बीते रविवार को देर रात गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया था। जिस वजह से Ramjhula पुल की नींव और सपोर्टिंग तार तक पानी पहुंच गया था। इसके बाद से ही पुल के नीचे कटाव होना शुरू हो गया था।
गंगा का जलस्तर कम होने के बाद बुधवार को पुल की नींव के सामने की ओर सपोर्टिंग तार की जगह के नीचे कटाव दिखा। जिसके बाद लोगों ने इसकी सूचना लोनिवि नरेंद्रनगर के अधिकारियों को दी। सूचना पाकर निरिक्षण के लिए लोनिवि नरेंद्रनगर के सहायक अभियंता मुकेश सकलानी और रूपेश भट्ट मौके पर पहुंचे।
गंगा का जलस्तर कम होने के बाद ही होगा कार्य शुरू
पुल के निरिक्षण के बाद अधिकारियों ने रिपोर्ट लोनिवि के अधिशासी अभियंता को सौंप दी है। जिसके बाद ही रामझूला पुल पर दोपहिया की आवाजाही रोकने का फैसला लिया। जानकारी के अनुसार गंगा का जलस्तर कम होने के बाद ही कटाव रोकने के लिए वायर क्रेट लगाने का काम शुरू किया जाएगा।