सिलक्यारा टनल में फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने की जद्दोजहद जारी है। लेकिन हर बार मशीन के आगे बाधा आने से रेस्क्यू अभियान में दिक्कतें आ रही है। आज रेस्क्यू अभियान का 15वां दिन है। हैदराबाद से प्लाज्मा कटर सुबह तड़के पांच बजे सिलक्यारा पहुंच गया था।
बचाव अभियान में जुटे केंद्रीय सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्रालय के अपर सचिव एवं एमडी एनएचआईडीसीएल महमूद अहमद ने मीडिया से बातचीत में बताया कि ‘ हमने कल से 2-3 और विकल्पों पर काम करना शुरू कर दिया है। हमने SJVNL को हमारे लिए 1-1.2 मीटर व्यास की वर्टिकल ड्रिलिंग करने के लिए कहा है।
उन्होंने बताया कि ‘हमने उन स्थानों की पहचान की है जहां से बेहतर ड्रिलिंग हो सकती है। लगभग 15 मीटर की ड्रिलिंग हो चुकी है। हमने एक जगह की पहचान की है जहां से हमारा अनुमान है कि कुल 86 मीटर की ड्रिलिंग होनी है। यह अगले दो दिनों में पूरी हो जाएगी। ‘
महमूद अहमद का कहना है कि ‘हमें उम्मीद है कि अगले दो दिन बाद से यानी 28 नवंबर से इसकी ड्रिलिंग शुरू होगी। यह एक लंबी प्रक्रिया है… हमारे पास 15 दिनों का लक्ष्य है। ‘
‘हम एक ड्रिफ्ट टनल भी बनाना चाहते हैं। डिजाइन बना लिया गया है और मंजूरी दे दी गई है। हम इन विभिन्न पक्षों पर काम कर रहे हैं। बड़कोट की ओर से ड्रिलिंग करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। ‘