दून-दिल्ली एक्सप्रेस-वे के तहत देहरादून डाटकाली के पास एक नई सुरंग बनकर तैयार हो गई है। इस सुरंग के बनने के बाद अब आने वाले समय में देहरादून से सहारनपुर और दिल्ली की तरफ आने-जाने के लिए दो अलग-अलग सुरंगों का प्रयोग किया जाएगा। जबकि सबसे पुरानी टनल का प्रयोग डाटा काली मंदिर में आने-जाने के लिए किया जाएगा।
डाटकाली के पास एक और नई सुरंग बनकर हुई तैयार
राजधानी देहरादून में एक और नई टनल बनकर तैयार हो गई है। अब राजधानी देहरादून से दिल्ली आने- जने के लिए अलग-अलग सुरंगों को प्रयोग किया जाएगा। जबकि इन दो सुरंगों के अलावा सबसे पुरानी पहली सुरंग का प्रयोग डाटा काली मंदिर में आने-जाने के लिए किया जाएगा।
देहरादून आने वाले ट्रैफिक के लिए बनाई गई नई सुरंग
देहरादून में बनकर तैयार हुई तीसरी टनल का निर्माण दिल्ली से देहरादून आने वाले ट्रैफिक के लिए किया गया है। इस टनल का निर्माण देहरादून में एक्सप्रेस-वे आशारोड़ी क्षेत्र से शुरू होता है, इससे करीब साढ़े तीन किमी आगे किया गया है।
तीन लेन में किया गया है नई सुरंग का निर्माण
नई सुरंग का निर्माण तीन लेन में किया गया है। इस सुरंग की कुल लंबाई 340 मीटर है। जबकि बात करें सुरंग की चौड़ाई की तो यह 11 मीटर है। जबकि सुरंग की ऊंचाई सात मीटर रखी गई है।
इस नई सुरंग का प्रयोग दिल्ली से देहरादून की तरफ आने वाले ट्रैफिक के लिए किया जाएगा। नई सुरंग को अगर बाहर से देखा जाए तो यह घोड़े के पैर में लगी नाल की तरह दिखाई देती है।