पहाड़ों पर विकास के नाम पर योजनाएं तो आती हैं लेकिन ये पहाड़ों तक पहुंच नहीं पाती हैं। जिसके चलते पहाड़ों से आए दिन झकझोर देने वाली तस्वीरें सामने आती रहती हैं।
ऐसी ही एक तस्वीर चंपावत के एक गांव से आई है जहां सड़क के आभाव में एक गर्भवती को पांच किमी डोली के सहारे अस्पताल जाने के लिए गाड़ी तक पहुंचाया गया।
डोली से गर्भवती महिला को पांच किमी दूर पहुंचाया अस्पताल
चंपावत से 60 किमी दूर झालाकुड़ी ग्राम पंचायत के बरमसकार तोक के लोग अब तक सड़क की राह देख रहे हैं। सड़क ना होने के कारण गांव की एक गर्भवती महिला को डोली से पांच किमी दूर सड़क तक पहुंचाया गया। जहां से वाहन के जरिए उसे टनकपुर अस्पताल ले जाया गया।
सड़क से दूरी बन रही गांव वालों के लिए मुसीबत
गांव वालों के लिए सड़क से दूरी परेशानी का सबब बन रही है। गांव में जब भी कोई बीमार हो या कोई महिला गर्भवती हो तो उसे डोली की सहायता से पांच किमी दूर सड़क तक पहुंचाना पड़ता है। जिसके कारण लोगों को बहुत दिक्कतें होती हैं। उतार-चढ़ाव वाले इस संकरे और खतरनाक रास्ते को तय करने में करीब डेढ़ घंटे से भी ज्यादा का समय लग जाता है।
दो घंटे बाद सड़क तक पहुंच पाई गर्भवती महिला
मिली जानकारी के मुताबिक गर्भवती महिला पूजा देवी पत्नी सुरेश राम को मंगलवार देर शाम प्रसव पीड़ा हुई। जिसके बाद उनको अस्पताल लो जाने के लिए डोली की मदद से पांच किमी दूर सड़क तक पहुंचाया गया।
पांच किमी की दूरी को तय करने में गांव वालों को दो घंटे से भी ज्यादा का समय लग गया। जहां से 60 किमी दूर टनकपुर के अस्पताल में उनको वाहन से ले जाया गया। फिलहाल महिला का स्वास्थ्य ठीक बताया जा रहा है।