उत्तराखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन विपक्ष ने सरकार को कानून व्यवस्था के मसले पर खरी खोटी सुना दी है। विपक्ष ने राज्य में कानून व्यवस्था की बदहाली का आरोप लगाते हुए सदन में विपक्ष पर तीखा हमला बोला है।
राज्य में कानून व्यवस्था पर चर्चा के लिए विपक्ष ने सदन की शुरुआत में ही कार्यस्थगन प्रस्ताव दिया। हालांकि बाद में विधानसभा अध्यक्ष ने नियम 58 के तहत कानून व्यवस्था के मसले पर विपक्ष को चर्चा की अनुमति दे दी। इस चर्चा के दौरान विपक्ष ने सरकार पर जमकर तीखे हमले किए।
कानून व्यवस्था को लेकर कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह ने सरकार पर कई सवाल उठाए। प्रीतम सिंह ने आरोप लगाया कि राज्य में कानून व्यवस्था बहाल करने में राज्य सरकार पूरी तरह नाकाम रही है। अंकिता भंडारी हत्याकांड का उदाहरण देते हुए प्रीतम सिंह ने सरकार को आड़े हाथों लिया। प्रीतम सिंह ने अंकिता भंडारी हत्याकांड में अब तक वीआईपी का नाम सामने न आने पर भी सरकार से सवाल पूछा है। इसके साथ ही प्रीतम सिंह ने उधम सिंह नगर में अपराध को लेकर भी सवाल उठाए हैं। प्रीतम सिंह ने कहा है कि सरकार एसएसपी को नहीं हटा रही है।
प्रीतम सिंह ने कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या की साजिश रचे जाने और पुलिस को इस बारे में पता न चलने के मसले पर भी पुलिस को कठघरे में खड़ा कर दिया है।
विपक्ष के अन्य विधायकों ने भी इस चर्चा के दौरान कानून व्यवस्था से जुड़े कई गंभीर सवाल उठाए हैं। राज्य में नशे के कारोबार पर भी विधायकों ने पुलिसिंग को आड़े हाथों लिया है। अधिकतर विधायकों ने नशे के कारोबार को प्रभावी रूप से रोकने की मांग की है।
पर्वतीय जिले सजा के लिए नहीं
इसी चर्चा के दौरान धारचूला विधायक हरीश धामी ने एक और गंभीर सवाल उठाया। हरीश धामी ने राज्य के पुलिस अधिकारियों को सजा के तौर पर पर्वतीय इलाकों में भेजने पर सवाल खड़े किए। हरीश धामी ने पूछा कि क्या राज्य के पर्वतीय जिले सजा के तौर पर भेजे गए अधिकारियों के लिए ही हैं।
विधायक के ट्यूबवेल की मोटर चोरी
वहीं जसपुर विधायक आदेश चौहान ने भी इस मसले पर चर्चा में भाग लिया। इस दौरान आदेश चौहान ने आरोप लगाया कि उधमसिंह नगर में पिछले कुछ दिनों में कानून व्यवस्था बुरी तरह बिगड़ी है। आदेश चौहान ने सदन को जानकारी दी कि पिछले कुछ दिनों में 65 मोटरें चोरी हो गईं। आदेश चौहान ने बताया कि उन्हे कहते हुए शर्म आ रही है कि खुद उनके ट्यूबवेल से दो मोटरें चोरी हो गईं।