उत्तराखंड में बस, विक्रम, टैक्सी सहित कमर्शियल वाहनों के किरायों में समय-समय पर बढ़ोतरी होती रहती है। लेकिन अब इनमें सिर्फ बढ़ोतरी नहीं होगी। बल्कि समय-समय पर किराया कम भी होगा।
अब कमर्शियल वाहनों का किराया बढ़ने के साथ घटेगा भी
हमेशा उत्तराखंड में बस, विक्रम, टैक्सी सहित कमर्शियल वाहनों का किराया सिर्फ बढ़ता है। लेकिन अब किराए में बढ़ोतरी के जैसे समय-समय पर कमी भी होगी।
राज्य परिवहन प्राधिकरण की किराया कमेटी ने फ्लेक्सी फॉर्मूला सुझाया है। इस फॉर्मूला के तहत डीजल, स्पेयर पार्ट और इंश्योंरेंस आदि का किराया बढ़ने या घटने पर किराया बढ़ेगा या घटेगा।
फॉर्मूले को कमेटी ने दिया अंतिम रूप
मिली जानकारी के मुताबिक किराया निर्धारण कमेटी ने फ्लेक्सी फॉर्मूले को अंतिम रूप दे दिया है। कमेटी ने प्रारंभिक रिपोर्ट को परिवहन आयुक्त मुख्यालय को सौंप दी है। अपर परिवहन आयुक्त ने इसकी पुष्टि की है। एसटीए की अगली बैठक जून में हो सकती है।
फॉर्मूले से आम जनता को होगी आसानी
इस फॉर्मूले से आम जनता को काफी आसानी होगी। किराया सिर्फ बढ़ेगा ही नहीं और कम भी होगा तो आम जनता को इस से राहत मिलेगी। इस फॉर्मूले के तहत तीन या चार साल में नहीं बल्कि अब हर साल कमर्शियल वाहनों का किराया तय किया जाएगा।