प्रभास और कृति सेनन की फिल्म आदिपुरुष बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त कमाई कर रही है। साथ ही फिल्म को सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल भी किया जा रहा है। फिल्म विवादों के बीच फंसने के बाद भी फिल्म ने दो दिन में ही वर्ल्ड वाइड 200 करोड़ का आकड़ा पार कर लिया है।
ऐसे में नेपाल में भी फिल्म को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। फिल्म के डायलॉग ‘जानकी भारत की बेटी है’ पर गुस्साएं काठमांडू के मेयर बालेन्द्र साह ने शहर के सारे सिनेमाघरों में किसी भी हिंदी फिल्म को ना दिखने का आदेश जारी किया। आदिपुरुष के एक डायलॉग के कारण सभी हिंदी फिल्मों पर रोक लगा दी गई है।
फिल्म के संवाद पर विवाद
आदिपुरुष के डायलॉग जानकी भारत की बेटी है पर काफी विवाद हुआ था। ऐसे में सेंसर बोर्ड ने डायलॉग से भारत शब्द को म्यूट कर फिल्म को हरी झंड़ी दिखा दी थी। लेकिन काठमांडू के मेयर ने फिल्म के मेकर्स को डायलॉग हटाने को कहा था। उन्होंने तीन दिन का समय देते हुए कहा था की अगर डायलॉग नहीं हटाया जाता है तो शहर में कोई भी हिंदी फिल्में नहीं दिखाई जाएगी।
हिन्दी फिल्मों पर रोक
16 जून को रिलीज़ हुई फिल्म आदिपुरुष नेपाल के थिएटर में दिखाई जा रही थी। लेकिन काठमांडू के मेयर ने सोमवार से किसी भी सिनेमाघरों में हिंदी फिल्म न दिखने के आदेश दिए थे। शहर के सभी सिनेमाघरों में फिल्म पर रोक के आदेश दे दिए गए थे।
नेपाल सरकार ने फैसले का किया विरोध
आज यानी सोमवार से काठमांडून में कोई भी हिंदी फिल्म न दिखने के आदेश जारी कर दिए है। ऐसे में मेयर बालेन कई इस फैसले से नेपाल सरकार खुश नहीं है। सूचना तथा संचार मंत्रालय ने इस मामलें में अपनी आपत्ति जताई है। मंत्रालय की तरफ से इस फैसले पर एक बयान जारी किया गया है।
जिसमें आदिपुरुष के साथ सारी हिंदी फिल्मों पर रोक के आदेश को गैर कानूनी कहा गया है। बयान में सूचना तथा संचार मंत्रालय ने कहा की आदिपुरुष के विवादित डायलॉग को म्यूट करने के बाद सिनेमाघरों में दिखाने के आदेश दे दिए गए है। लेकिन इसके बावजूद फिल्म का विरोध किया जा रहा है, ये ठीक नहीं है।
रोक लगाने की बात अनुचित
आगे उन्होंने कहा की सेंसर बोर्ड द्वारा पहले ही विवादित शब्द को हटा कर फिल्म के प्रसारण के आदेश दे दिए गए है। नेपाल में सरकार की तरफ से सेंसर बोर्ड बनाया गया है जो तय करेगा की कोनसी फिल्म चलेगी। विवादित मुद्दों में भी आखिरी फैसला सेंसर बोर्ड का होता है। ऐसे में फिल्म पर रोक लगाना अनुचित है।