देहरादूनः- सिक्ख धर्म के पहले गुरू गुरूनानक देव जी की जयन्ती के अवसर पर प्रदेश कांगे्रस मुख्यालय में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर पीसीसी चीफ प्रीतम सिंह ने गुरूनानक देव के जीवन पर चर्चा की। सिंह ने गुरू नानक देव के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि गुरू नानक जी ने ही सिक्ख धर्म की स्थापना की थी। बचपन से ही गुरूनानक जी में आध्यात्मिक, विवेक और विचारशील जैसी कई खुबियां मौजूद थी। उन्होंने सात साल की उम्र में ही हिन्दी और संस्कृत सीख ली थी। 16 वर्ष की उम्र तक आते-आते व अपने आसपास के सभी राज्यों में सबसे ज्यादा पढे़ लिखे और जानकार बन चुके थे। नानक सहाब की दी हुई शिक्षा गुरूग्रन्थ साहिब में मौजूद है।
वहीं प्रीतम सिंह ने कहा कि गुरूनानक देव केवल सिक्खों के ही नही बल्कि पूरे देश के मार्गदर्शक थे। गुरूनानक देव सभी के दिलों में बसते है और सभी धर्म, जाति, समुदाय के लोग समान रूप से उनमें आस्था रखते है। सिंह ने कहा नानक साहिब सदैव मानवता की सेवा में समर्पित रहे और आज समाज को गुरूनानक साहिब जी के दिखाये हुए पथ पर चलने की आवश्कता है।
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