नैनीताल के कालाढूंगी में भाई बहन के रिश्ते को कलंकित करने वाला मामला सामने आया है। भाई बहन के रिश्ते को मजबूत रिश्ता माना जाता है। हर साल रक्षाबंधन पर बहन भाई की लंबी उम्र की कामना करती है और रक्षा सूत्र बांधती है लेकिन कई भाई इस रिश्ते को कलंकित करने का काम करते हैं। ऐसा ही किया कालाढूंगी निवासी एक भाई ने…उसने अपने घर मां को लेने आए भांजे को ये कह दिया कि उसकी मां मर गई है। इससे बेटे के पैरों तले जमीन खिसक गई।लेकिन जब 5 साल बाद सच्चाई जानकर उसके पैरों तले जमीन खिसक गई और खुशी हुई।
दरअसल हुआ यूं कि कृष्ण गोपाल की मां रमा देवी (68) बिजनौर के नगीना के सैदपुर महीचंद गांव स्थित पुश्तैनी घर में रहती थी जो की जुलाई 2015 में नैनीताल के कालाढूंगी में अपने भाई राजन मेहरा के घर गई थीं। फरवरी 2016 में कृष्ण गोपाल का बड़ा भाई मां को लेकर मामा के घर गया तो मामा ने भांजे को कहा कि उसकी मां का निधन हो गया है। भांजे ने मामा की बात को सच मान लिया और घर लौट गया।
लेकिन पांच साल बाद सच्चाई जानकर हैरान रह गए। असलियत ये थी कि उनकी मां मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी जिस कारण रमा देवी के भाई उसको अपने घर नहीं रखना चाहते थे और इसलिए मामा ने भांजे को झूठ कहा। लेकिन पांच साल बाद मां सकुशल बरामद हुई। रमा देवी ने बताया कि उनके भाई ने उन्हें काफी मारा-पीटा और उन्हें कोलकाता जाने वाली एक ट्रेन में बिठा दिया। वो कोलकाता पहुंच गईं और वह महीनों तक लावारिस हालत में कोलकाता की सड़कों पर भटकती रहीं। नवंबर 2016 में कोलकाता की लेक पुलिस ने उसका एक निजी अस्पताल में इलाज कराया। इसके बाद उन्हें बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर के दोस्तीपुर स्थित एक होम में रखवा दिया। 5 सालों तक काफी कोशिख के बाद भी पुलिस रमा देवी के घर का पता नहीं लगा सकी।