प्रसिद्ध धाम मां पूर्णागिरि धाम को जाने वाला मार्ग पिछले 16 दिनों से बंद है। मौसम के बार-बार खराब होने के कारण इस मार्ग को खोलने में परेशानी हो रही है। जिस कारण से 16 दिन बीत जाने के बाद भी ये मार्ग अब तक बंद है।
16 दिन से बंद है मां पूर्णागिरि धाम मार्ग
मां पूर्णागिरि धाम मार्ग पिछले 16 दिनों से बंद है। इसे खोला प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है। लगातार बारिश हो रही है। बारिश के कारण मौसम खराब होने से मार्ग खोला नहीं जा सका है। जिस आम लोगों के साथ ही श्रद्धालुओं को दिकक्तों का सामना करना पड़ रहा है। ृ
अधिकारियों ने किया दो दिन में मार्ग खोलने का दावा
बाटनागाड़ का बुधवार को डीएम नरेंद्र सिंह भंडारी ने कार्यदायी विभाग लोनिवि के अधिकारियों के साथ स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद कार्यदायी विभाग ने मौसम ठीक रहने पर दो दिन के भीतर ही मार्ग खोलने का दावा किया है।
बिसौरिया नाले के कटाव से मलबा आने से बंद हो जाता है मार्ग
मिली जानकारी के मुताबिक सालों से बिसौरिया नाले के कटाव से श्यामलाताल की पहाड़ी का मलबा बरसात के सीजन में नाले के साथ बहकर हर साल सड़क पर आ जाता है। जिस से पूर्णागिरि धाम मार्ग बाधित हो जाता है।
इस मार्ग के बंद होने से पूर्णागिरि धाम और आसपास के गांवों का टनकपुर से सड़क का संपर्क पूरी तरह कट जाता है। 16 दिन से सड़क बंद होने से हाल ये हैं कि रोजमर्रा की चीजों के लिए भी लोगों के सामने संकट गहरा रहा है।
15 लाख खर्च होने के बाद भी नहीं खुला मार्ग
अब तक पूर्णागिरि धाम मार्ग को खोलने के लिए अब तक 15 लाख रुपये का बजट खर्च किया जा चुका है। लेकिन मार्ग को अब तक नहीं खोला जा सका है। डीएम ने बुधवार को स्थलीय निरीक्षण कर जल्द से जल्द रास्ता खोलने के लिए कहा है।
लोनिवि के मुताबिक बाटनागाड़ में 12 मीटर चौड़ी सड़क के 375 मीटर हिस्से में करीब आठ मीटर ऊंचा मलबा डंप है। जिसे हटाने का काम लगातार जारी है।