नैनीताल : उत्तराखंड में चुनाव की तारीख का ऐलान हो चुका है। उत्तराखंड में 14 फरवरी को मतदान होंगे और 10 मार्च को परिणाम घोषित किया जाएगा। वहीं इस बीच एक खास रिपोर्ट उत्तराखंड के लिए विधायकों को लेकर तैयार हुई है। बता दें कि एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने निर्वाचन के समय प्रत्याशियों की ओर से भरे गए पर्चे के विवरण के आधार पर रिपोर्ट तैयार की है।
रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखंड में 50% से अधिक विधायकों पर आपराधिक मुकदमे हैं। जबकि 2017 के निर्वाचन पत्र भरने के समय 70% से अधिक विधायक करोड़पति थे। 2017 के समय भरे निर्वाचन पत्रों के डाटा के 2012 के समय भरे निर्वाचित विधायकों के डाटा के साथ तुलनात्मक अध्ययन किया जाए तो पता चल रहा है कि 2012 में 19 विधायकों पर आपराधिक मुकदमे चल रहे थे। वहीं 2017 में यह संख्या बढ़कर 20 हो गई थी।
उत्तराखंड के विधायकों पर गंभीर मुकदमे दर्ज हैं जिनमे हत्या, हत्या का प्रयास, डकैती आदि की बात की जाए तो जहां 2012 में पांच विधायकों पर गंभीर आपराधिक मुकदमे थे, यह संख्या 2017 में बढ़कर 14 हो गई थी।
एडीआर के राज्य समन्यवक मनोज ध्यानी के अनुसार 2017 में 2012 के मुकाबले करोड़पति विधायकों की संख्या भी 32 से बढ़कर 46 हो गई। 2017 के आंकड़े में 65 विधायकों का विश्लेषण किया है। यह संख्या बढ़ सकती है। उन्होंने कहा कि एडीआर का एकमात्र मकसद मतदाताओं तक समुचित जानकारी उपलब्ध करवाकर उन्हें उस सूचना से लैस करना है ताकि वह बतौर जागरूक मतदाता चुनाव में एक बेहतर निर्णय ले सकें, जिससे लोकतंत्र अपराधियों और पैसा वालों की मुठ्ठी में ही कैद होकर न रह जाए। इस बार भी संस्था की ओर से पूरे राज्य में अभियान चलाया गया है।