उत्तराखंड में पुलिस द्वारा किए बीएएमएस डॉक्टर खुलासे मामले में चिकित्सा परिषद के बड़े अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगे हैं। आरोपी विवेक रावत के अधिकवक्ता ने रविवार को प्रेस कान्फ्रेंस कर चिकित्सा परिषद के पूर्व चेयरमैन और वर्तमान पदाधिकारियों पर आरोप लगाए हैं।
पुलिस पर लगाए बड़े अधिकारियों को बचाने के आरोप
विवेक रावत के अधिकवक्ता ने आरोप लगते हुए कहा कि इस फर्जीवाड़े को बड़े अधिकारियों कि मिली भगत से अंजाम दिया गया है। जबकि पुलिस ने बड़े अधिकारियों को बचाते हुए परिषद के तीन छोटे कर्मचारियों की गिरफ्तारी की है।
जांच अधिकारी को किया रिपोर्ट के साथ तलब
आरोपी पक्ष के अधिवक्ता डॉ प्रशांत पाठक ने कहा कि पिछले दस सालों से फर्जी डिग्रियों के रजिस्ट्रेशन का पूरा खेल चल रहा था। यहां तक की परिषद के पूर्व चेयरमैन की डिग्री को भी उन्होंने फर्जी बताया है। उधर पुलिस द्वारा की गई गिरफ्तारी पर भी डॉ प्रशांत पाठक ने सवाल उठाए हैं।
बता दें कोर्ट में इन बातों को रखने के बाद ने मामले में न्यायलय ने मामले के जांच अधिकारी को जांच रिपोर्ट के साथ तलब किया है।