भारत-चीन सीमा पर शहीद हुुए उत्तराखंड के आईटीबीपी में असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर तैनात रहे टीकम सिंह नेगी का पार्थिव शरीर मंगलवार को देहरादून में उनके घर पहुंच चुका था। पार्थिव शरीर के दून पहुंचने की खबर से ही परिवार में मानो चीख-पुकार मच गई। इस दौरान कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत भी शहीद के घर पहुंचे।
चचेरे भाई ने दी मुखाग्नि
शाम को प्रेमनगर स्थित शमशान घाट पर राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। बता दें शहीद को उनके चचेरे भाई शुभम रावत ने चिता को मुखाग्नि दी।
स्पेशल मिशन के दौरान हुए शहीद
जानकारी के मुताबिक शहीद कमांडेंट टीकम सिंह नेगी पिछले 10 दिनों से एक स्पेशल मिशन पर थे। शहीद टीकम सिंह वर्तमान में राजावाला सहसपुर देहरादून में रहते हैं। शहीद के पिता आरएस नेगी भी सेवानिर्वित सूबेदार मेजर हैं। शहीद टीकम सिंह नेगी 2011 में आईटीबीपी में भर्ती हुए थे। शहीद टीकम सिंह नेगी का विवाह 2018 में टिहरी के चम्बा स्थित ग्राम बादशाहीठौर में हुआ था। बता दें शहीद का तीन साल का बेटा भी है।
मिली जानकारी के मुताबिक टीकम की यूनिट दस दिनों के लिए किसी स्पेशल मिशन पर इंडो चाइना बाॅर्डर पर तैनात थी। जिस दौरान उनकी शहादत हो गई है। उप जिलाधिकारी ने बताया कि अभी शहादत के कारणों की स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है। शहीद के पार्थिव शरीर घर पहुंचने के बाद शहीद को सैन्य सम्मान के साथ विदाई दी जाएगी।