लद्दाख टैंक हादसे में शहीद हुए भारतीय सेना में डीएफआर और पौड़ी जिले के लाल शहीद भूपेंद्र नेगी का अंतिम संस्कार सैन्य सम्मान के साथ किया गया। बलिदानी की अंतिम यात्रा में जनसैलाब उमड़ा। शहीद के पार्थव शरीर को देख परिजन बिलख पड़े।
सैन्य सम्मान के साथ हुआ शहीद भूपेंद्र का अंतिम संस्कार
लद्दाख टैंक हादसे में शहीद हुए पौड़ी के लाल भूपेंद्र को उनके परिजन, क्षेत्रवासियों और भारतीय सेना ने नम आंखों से अंतिम विदाई देकर पाबौ ब्लॉक के बोडोली घाट में उनका अंतिम संस्कार किया। शहीद का पार्थिव शरीर जब गांव पहुंचा तो हर किसी की आंखे नम हो गई। शहीद की धर्मपत्नी पति के पार्थिव शरीर को देख बेसुध हो गई।
नम आंखों के साथ लोगों ने दी विदाई
कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत और कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल समेत भारतीय सेना और क्षेत्रीय जनता ने नम आंखों से शहीद भूपेंद्र नेगी को श्रद्धांजलि दी। शहीद भूपेंद्र अपने पीछे अपनी पिता अपनी पत्नी, तीन बहनों और दो बेटे और एक बेटी को छोड़ गए हैं। कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत ने कहा देश के लिए भूपेंद्र द्वारा दी गई शहादत को देश याद रखेगा।
लद्दाख में शहीद हो गए थे भूपेंद्र
बता दें कि लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी इलाके में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास सेना का टी-72 टैंक हादसे का शिकार हो गया था। शुक्रवार को सेना का टी-72 टैंक नदी पार कर रहा था। इसी दौरान अचानक नदी का जलस्तर बढ़ गया। जिस कारण टैंक नदी में बह गया था। इस हादसे में सेना के पांच जवान शहीद हो गए थे। जिसमें से एक जवान डीएफआर भूपेंद्र नेगी भी थे।