उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ मेले (Mahakumbh 2025) में शामिल होने दूर-दूर से लोग आ रहे हैं। सनातन के इस सबसे बड़े आयोजन में श्रद्धालुओं के साथ-साथ साधु-संन्यासी भी मौजूद हैं। इसी बीच एक युवा संन्यासी (Engineering Baba) ने लोगों का ध्यान खींचा। इस युवा संन्यासी से बातचीत कर ये पता चला कि उन्होंने आईआईटी मुंबई से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग(Aerospace Engineering IIT Bombay) की पढ़ाई की है। जिसके बाद उन्होंने संत बनने का सोचा। इस युवा संन्यासी की कहानी जानकर सभी हैरान है।

एयरोस्पेस इंजीनियरिंग है वायरल Engineering Baba
दरअसल युवा संन्यासी से सनातन पर चर्चा की गई। जिसमें उन्होंने खुलासा किया कि वो एयरोस्पेस इंजीनियर है। उन्होंने आईआईटी मुंबई से इसकी पढ़ाई की है। जिसके बाद वो संन्यासी बन गए। इस युवा संन्यासी का नाम अभय सिंह है। इस महाकुंभ में अजय सिंह चर्चा का विषय बन गए। सोशल मीडिया पर अजय सिंह से बातचीत का वीडियो भी वायरल हो रहा है।

हरियाणा के हैं रहने वाले
आईआईटीयन बाबा के नाम से फेमस अभय के इंस्टाग्राम हैंडल से पता चला कि वो हरियाणा के रहने वाले हैं। कई सारे मीडिया इंटरव्यूज में इंजीनियर बाबा ने बताया कि उन्होंने साल 2014 में IIT Bombay से एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग का कोर्स किया था। उनके इंस्टाग्राम हैंडल को खंगालने पर उनके इंजीनियरिंग के दिनों की फोटोज भी दिखी। एक तस्वीर उनकी दीक्षांत समारोह की डिग्री लेते हुए भी दिखाई दी।
नहीं लगा मन तो आध्यात्म की तरफ बढ़ाया कदम
कोर्स के बाद उन्होंने कैंपस इंटरव्यू भी दिए। एक कंपनी में उनका सेलेक्शन भी हुआ जिसमें उन्हें लाखों का पैकेज मिला। हालांकि कुछ दिनों तक नौकरी करने के बाद उन्होंने जॉब छोड़ दी। जिसके बाद उन्होंने अपना फोटोग्राफी का शौक पूरा करने का सोचा।
ट्रैवल फोटोग्राफी में इंजीनियर बाबा अपना करियर बनाना चाहते थे। जिसके चलते उन्होंने नौकरी छोड़ फोटोग्राफी का कोर्स भी किया। इस बीच उनकी जिंदगी में कई बदलाव आए। उनकी सोच भी जिंदगी के प्रति बदलने लगी। इस बदलती सोच के बीच उन्होंने कोचिंग सेंटर खोला और फिजिक्स पढ़ाने लगे। इसमें भी उनका मन नहीं लगा। जिसके बाद उन्होंने आध्यात्म की तरफ कदम बढ़ाया।
फिलॉसफी ने सोच बदली
इंजीनियर बाबा के बताया कि इसी बीच उनका फिलॉसफी की तरफ रुझान बढ़ने लगा। कोर्स से हरकर वो दर्शनशास्त्र की बुक्स पढ़ते थे। वो जिंदगी का मतलब समझना चाहते थे। एक समय उन्हें लगा कि उनके लिए आध्यात्म का रास्ता ही सबसे अच्छा है। जिसके बाद वो आध्यात्म की तरफ चले गए। उन्होंने शिव शंकर को अपना जीवन समर्पित कर दिया।
इंजीनियर बाबा के मुताबिक उन्हें इस रास्ते में मजा आ रहा है। वो आध्यात्म को समझने के लिए साइंस का सहारा ले रहे हैं। सनातन तंत्र पर वो कहते है कि सब कुछ शिव है। सत्य ही शिव है। शिव ही सुंदर है।
Maha Kumbh 2025 में आकर मिल रही मन को शांति
इंजीनियर बाबा महाकुंभ 2025 के बारे में कहते है कि यहां पर आकर उनके मन को शांति मिल रही है। वो पहले भी कई धार्मिक शहरों में रह चुके हैं। अपने इस आध्यात्मिक सफर को वो आगे भी जारी रखेंगे।
बाबा को कई विषयों का ज्ञान है। वो ना सिर्फ निराकार और साकार ब्रह्म पर बात करते हैं। बल्कि उनके साथ-साथ फर्राटेदार अंग्रेजी भी बोलते है। बता दें कि इंस्टाग्राम पर बाबा के 4342 फॉलोअर्स हैं।
हठयोगी हैं इंजीनियर बाबा
इंजीनियर बाबा हठयोगी हैं। उन्होंने अपने नाखून और बालों को बढ़ाया हुआ है। बाबा भोले की नगरी काशी में चार महीने रहने के बाद वो हरिद्वार और ऋषिकेश में भी रहे है। वो अपने माथे पर भभूत, गले में रुद्राक्ष की माला पहने हुए नजर आएंगे।