प्रदेश के पर्वतीय जिलों में फैल रहे लंपी वायरस का कहर को देखते हुए केंद्र के वैज्ञानिकों की एक टीम Pithoragarh पहुंच गई है। वैज्ञानिकों ने पशु चिकित्सकों की बैठक ली। बैठक में पर्वतीय क्षेत्रों में फैल रहे लंपी वायरस को लेकर चर्चा की गई।
नेपाल से कनेक्शन होने की आशंका
बैठक में पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने आशंका जताई कि Pithoragarh जनपद में नेपाल से बड़ी संख्या में पशु लाए जाते हैं। नेपाल में लंपी वायरस की रोकथाम के लिए टीकाकरण का कार्य नहीं हो रहा है। केंद्र से आए अधिकारियों ने कहा कि नेपाल सीमा से लगे गांवों में सघन टीकाकरण अभियान चलाया जाए।
ये है जिले में वायरस की स्थिति
बैठक के दौरान अपर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा.पंकज जोशी ने कहा की Pithoragarh में 55 हजार पशुओं को टीके लगाए जा चुके हैं। जबकि 15 पशुओं की मौत हो चुकी है। 2399 पशु लंपी वायरस से प्रभावित हुए। जिनमें से 910 स्वस्थ हो चुके हैं। बता दें जिले में फिलहाल वर्तमान में 474 मामले सक्रिय हैं।