नैनीताल- हल्द्वानी के काठगोदाम इलाके में घर बनाने वाले एक मिस्त्री का नाम था कमल, जी हां था। उसे राखी नाम की एक लड़की से प्यार हुआ।प्यार परवान चढा और दोनों ने शादी कर ली। फिर एक दिन अचानक दोनों का किसी बात पर झगड़ा हो गया। राखी ने जहर खा लिया और कमल का साथ छोड़ कर उस दुनियां की ओर रूखसत हो गई जहां से कोई वापस नही आता। बेटी की मौत से दुखी राखी के परिवार वालों ने कमल के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज करवा दिया।
उन्होंने कमल के खिलाफ आरोप लगाए कि कमल राखी को दहेज के लिए परेशान करता था और मजबूरी में राखी ने मौत को गले लगा लिया। राखी की मौत और ससुरालियों के मुकद्दमें से कमल परेशान रहने लगा। कमल अब चिड़चिड़ा भी हो चुका था। जरा सी बात पर गुस्सा हो बैठता था। मुकद्दमें ने कमल को तोड़ कर रख दिया था अब वो कई दिनों से काम पर भी नहीँ जाता था।
बताया जा रहा है कि बीती रात कमल और उसके पिता की किसी बात को लेकर कहासुनी हुई और परेशान होकर उसने रात में किसी वक्त अपने कमरे के पंखे पर फांसी का फंदा बनाकर मौत को गले लगा लिया। सुबह जब कमल नहीं उठा तो उसके पिता ने उसके कमरे का दरवाजा खटखटाया लेकिन जब वह नहीं निकला तो उन्होंने खिड़की से देखा तो कमल की लाश पंखे से लटकी थी। मोहल्ले में खलबली मच गई पुलिस आई लाश उतारी गई और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, लेकिन माना यही जा रहा है कि राखी की मौत और दहेज हत्या के मुकद्दमें से कमल परेशान था। कमल की मौत सवाल उठा गई है कि आखिर ऐसा इश्क किस काम का जो जिंदगी में रोजमर्रा के हलके झटके को भी सहन न कर सके।