लोकसभा चुनाव के लिए इस बार पौड़ी गढ़वाल सीट हॉट सीट बनती जा रही है। कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने इस सीट के लिए उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है। कांग्रेस ने जहां गणेश गोदियाल को मैदान में उतारा है तो वहीं बीजेपी ने अनिल बलूनी पर दांव खेला है। सैनिक बाहुल्य इस सीट पर इस बार दोनों पार्टियों ने ब्राह्मण चेहरे को उम्मीदवार बनाया है। जिसके बाद इस सीट पर मुकाबला जबरदस्त होता नजर आ रहा है।
गढ़वाल सीट से दो ब्राह्रमण चेहरे बने इस बार उम्मीदवार
गढ़वाल लोकसभा सीट भौगोलिक दृष्टि से काफी बड़ी है। नरेंद्रनगर से लेकर रामनगर विधानसभा और देवप्रयाग से लेकर चमोली विधानसभा तक पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट का दायरा फैला है। ऐसे में गढ़वाल लोकसभा सीट से प्रचार के लिए उम्मीदवारों को पहाड़ों की खड़ी चढ़ाई चढ़नी होगी।
बात करें कांग्रेस प्रत्याशी की तो गणेश गोदियाल राठ क्षेत्र से लेकर पूरे पौड़ी और श्रीनगर में अपनी अलग छाप छोड़ने में कामयाब हुए हैं। इसके साथ ही गणेश गोदियाल लगातार पौड़ी के चर्चित अंकिता हत्याकांड के लिए आवाज भी उठा रहे हैं। अंकिता हत्याकांड ऐसा मुद्दा है जिसे लेकर लोगों में आक्रोश देखने को मिल रहा है। माना जा रहा है कि इसका फायदा कहीं ना कहीं गणेश गोदियाल को चुनाव में मिल सकता है।
गणेश गोदियाल में पूर्व सीएम निशंक को दी थी शिकस्त
गणेश गोदियाल कांग्रेस के जाने-माने नेताओं में से एक हैं। विधानसभा चुनाव में गोदियाल ने पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल निशंक को शिकस्त दी थी। जिसके बाद वो उत्तराखंड की राजनीति में काफी चर्चा का विषय बने रहे। इसके साथ ही गोदियाल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं। बता दें कि गोदियाल पहले सतपाल महाराज और अब हरीश रावत के करीबी माने जाते हैं।
पीएम मोदी और गृह मंत्री के करीबी हैं बलूनी
भाजपा प्रत्याशी अनिल बलूनी की बात करें तो वो दिल्ली में रहकर राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। लेकिन उनके उत्तराखंड के लिए किए गए कार्यों की आम जनता सराहना करती है। फिर चाहे वो लोक पर्व ईगास को राष्ट्रीय पहचान दिलाना हो और या फिर पौड़ी गढ़वाल सहित उत्तराखंड में बतौर राज्यसभा सासंद के तौर पर किए गए कार्य हों। ईगास को मान्यता दिलाने से उन्होंने लोगों का ना सिर्फ दिल जीता है बल्कि लोगों के दिलों में जगह भी बनाई है और लोकसभा चुनावों के लिए यही बलूनी की सबसे बड़ी ताकत बताई जा रही है। बता दें कि बलूनी पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के करीबियों में गिने जाते हैं।
गढ़वाल सीट पर इस बार मुकाबला जबरदस्त
इस लोकसभा चुनाव में गढ़वाल सीट पर मुकाबला जबरदस्त होने वाला है क्योंकि दोनों ही पार्टियों ने ब्राह्मण चेहरे को मैदान में उतारा है। ऐसे में ये देखना बेहद ही दिलचस्प होगा कि गढ़वाल सीट पर ठाकुर और अन्य जाति के लोग किस मुद्दे को देखकर वोट करते हैं और किस उम्मीदवार को जीताते हैं।
जहां कांग्रेस ने बलूनी को दिल्ली रहने वाला बताकर अभी से बाहरी और स्थानीय का कार्ड खेलना शुरू कर दिया है तो वहीं बीजेपी भी मैदान में उतर गई है। बीजेपी बतौर राज्यसभा सांसद बलूनी के कामों को गिनवा रही है। लेकिन इसी बीच पौड़ी सीट पर अंकिता मर्डर केस भी टर्निंग प्वांइट बन सकता है। पौड़ी गढ़वाल सीट पर अंकिता भंडारी केस को लेकर भी सियासत गरमाई हुई है।
जहां एक ओर कांग्रेस लगातार इस मुद्दे को समय-समय पर उठाती रही है तो वहीं बीजेपी के लिए ये मुश्किलें बढ़ा सकता है। बता दें कांग्रेस और गणेश गोदियाल लगातार अंकिता के माता-पिता के साथ खड़े होकर न्याय यात्रा भी निकाल चुके हैं। जिसका सीधा फायदा उन्हें चुनाव में हो सकता है। कुछ इस तरीके से इस बार उत्तराखंड की गढ़वाल सीट इस समय सबसे हॉट सीट बन गई है। इस सीट पर मुकाबला बेहद ही दिलचस्प नजर आ रहा है। अब देखना ये होगा कि जनता किस पर भरोसा जताती है।