प्रदेश में मानसून के दस्तक के बाद से ही बारिश का कहर देखने को मिल रहा है। पिछले 48 घंटे से कुमाऊं मंडल में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते आम जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। पहाड़ी इलाकों से जगह-जगह लैंडस्लाइड की घटनाएं सामने आ रही है।
मलबा गिरने से कई वाहन दबे
पिथौरागढ़ और नैनीताल जिले में लगातार हो रही भारी बारिश ने कहर मचाया हुआ है। कई जगह भारी बारिश के चलते मलबा सड़कों तक आ गिरा। वहीं नैनीताल के भवाली में वाहनों पर लैंडस्लाइड की घटना सामने आई है। गनीमत ये रही की उस वक्त वाहन में कोई भी सवार नहीं था। घटना का कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने भी संज्ञान लिया है। कुमाऊं कमिश्नर ने बताया की भवाली में भी कुछ गाड़ियों के ऊपर मलबा आ गिरा।
भूस्खलन वाले क्षेत्रों पर साइनिंग बोर्ड लगाने के निर्देश
हालांकि इससे कोई जनहानि नहीं हुई है। इसके साथ ही आपदा प्रबंधन और सभी जिले के डीएम को निर्देश दिए गए हैं कि जो भी भूस्खलन वाले क्षेत्र हैं वहां पर साइनिंग बोर्ड लगाए जाए। इसके अलावा ऐसी जगहों पर जेसीबी तैनात की गई है। ताकि मलबा आने पर तत्काल उसे हटाया जाए। इसके साथ ही नदी, नाले और बरसाती नालों पर जल स्तर बढ़ने पर राहगीरों को रोकने के निर्देश दिए गए हैं।
बरसात के चलते कई भवन क्षतिग्रस्त
कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने बताया की पूरे कुमाऊं मंडल में 32 सड़कें बंद हैं। जिनमें से 30 सड़कें खोल दी गई है।जबकि एक सड़क पांच जुलाई और दूसरी सड़क 15 जुलाई तक खोल दी जाएगी। बारिश के कहर के चलते पांच भवन आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हैं। बाकी चार अन्य भवन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। जिनमें शासन के नियमानुसार मुआवजा देने की प्रक्रिया गतिमान है।