जम्मू के कठुआ में सोमवार को आतंकवादी हमले में शहीद हुए विनोद सिंह भंडारी आज पंचतत्व में विलीन हो गए। उनको अंतिम विदाई देने के लिए हुजूम उमड़ पड़ा। हजारों लोगों ने उन्हें नम आंखों से विदाई दी। इस दौरान जब तक सूरज चांद रहेगा विनोद तेरा नाम रहेगा के नारों से पूरा क्षेत्र गुजायमन हो गया।
पंचतत्व में विलीन हुए शहीद विनोद सिंह भंडारी
जम्मू के कठुआ में सोमवार को आतंकवादी हमले में पांच जवान शहीद हो गए थे। पांचों जवान उत्तराखंड के ही थी। उनमें देहरादून निवासी विनोद सिंह भंडारी भी थे। विनोद को आज उनके डोईवाला के अठुरवाला स्थित घर से अंतिम विदाई दी गई। उनका अंतिम संस्कार सैन्य सम्मान के साथ गंगा तट स्थित पूर्णानंद घाट पर किया गया।
हजारों लोगों ने नम आंखों से दी विदाई
बुधवार को ‘शहीद विनोद सिंह अमर रहे’, ‘भारत माता की जय’ के जयघोष के साथ शहीद विनोद सिंह की अंतिम यात्रा मुनिकीरेती स्थित पूर्णानंद घाट पहुंची। अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या लोग शामिल हुए। हजारों लोगों ने नम आंखों से शहीद विनोद को अंतिम विदाई दी। सेना के बैंड की गूंज तथा बलिदानी के सम्मान में नारों से आकाश गूंज उठा।
अंतिम विदाई में लगे पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे
बता दें कि सिर्फ 29 साल की उम्र में देश की सेवा करते विनोद सिंह भंडारी ने अपने प्राणों को न्योछावर कर दिए। विनोद सिंह भंडारी के दो बच्चे हैं। जिनमें एक-तीन महीने की बेटी और एक चार साल का बेटा है। विनोद सिंह भंडारी तीन बहनों में इकलौते भाई थे और उनके पिताजी भी फ़ौज से रिटायर हैं। उनकी अंतिम विदाई के समय उनके पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए।