बारिश के बाद प्रदेश में जगह-जगह पर भूस्खलन की घटनाएं सामने आने लगी हैं। चमोली के नंदप्रयाग-नंदानगर सड़क पर भू-स्खलन होने के कारण 120 गांवों की आवाजाही बंद हो गई है।
नंदप्रयाग-नंदानगर सड़क पर हुआ भूस्खलन
चमोली में भूस्खलन होने के कारण नंदप्रयाग-नंदानगर सड़क ब्लॉक हो गई है। जिसके कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मानसून की पहली बारिश के बाद ही पहाड़ों से भूस्खलन की खबरें सामने आने लगीं हैं।
जहां एक ओर चमोली नंदप्रयाग-नंदानगर सड़क भूस्खलन से बंद होने के कारण 120 गांवों की आवाजाही ठप हो गई है। तो वहीं नैनीताल में भी भूस्खलन के कारण पॉलिटेक्निक कॉलेज के पास किलबरी रोड के ध्वस्त होने की खबर है।
120 गांवों की आवाजाही हुई ठप
नंदप्रयाग-नंदानगर सड़क के बंद होने से नंदानगर ब्लॉक के करीब 120 गांवों की आवाजाही ठप पड़ गई है। अति आवश्यक काम होने पर ग्रामीण बोल्डरों के ऊपर से ही जान जोखिम में डालकर आवाजाही करने पर मजबूर हैं। मानसून की पहली बारिश के बाद ही सड़कों के बंद होने से पहाड़ों पर लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं।
जिले की कई सड़कें हुई बंद
भारी बारिश के बाद चमोली जिले की कई सड़कें बंद हो गई हैं। बारिश के कारण जिले की करीब 12 सड़कें बंद हो गई हैं जबकि चार सड़कें पहले से ही बंद हैं। हालांकि सड़कों को खोलने का काम लगातार जारी है पर भारी बारिश इसमें रूकावट बन रही है।
नैनीताल में 20 मीटर सड़क खाई में समाई
जहां एक ओर चमोली में बारिश के कारण 16 सड़कें बंद हैं। तो वहीं दूसरी ओर नैनीताल में भी मानसून की पहली बारिश के बाद हुए भू-स्खलन के कारण पॉलिटेक्निक कॉलेज के पास किलबरी रोड 20 मीटर दरक कर खाई में समा गई है। जिसके कारण आवाजाही तो बाधित हुई है। इसके साथ ही पानी की आपूर्ति भी ठप पड़ गई है।