ब्यूरो- भाजपा के बाद कांग्रेस में भी अनुशासन का डंडा चला है। कांग्रेस के घोषित उम्मीदवारों की राह में रोड़ा अटकाने वालों पर इसकी गाज गिरी है। कांग्रेस ने अपनी जिद पर अड़े बागियों के खिलाफ तत्काल प्रभाव से कार्यवाही करते हुए उन्हें फिलहाल 6 साल के लिए पार्टी से बेदखल कर दिया है। इस बात की जानकारी कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता मथुरा दत्त जोशी ने दी। जोशी ने कहा कि नाम वापसी की गुहार लगाने के बाद भी जो कांग्रेस का कार्यकर्ता चुनावी मैदान में बरकरार है उन्हे अनुशासनहीन करार देते हुए पार्टी ने सर्वसम्मति से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते आर्येन्द्र शर्मा, लक्ष्मण सिंह नेगी, नवीन बिष्ट, हाजी नूर हसन, मैडम रजनी रावत, रामसिह कैड़ा, गोपाल चमोली, मुरारीलाल खण्डवाल, विजयपाल सिंह रावत, जितेन्द्र तिवाडी, श्रीमती बृज रानी, रवीश भटीजा, के.एल. आर्या, हरेन्द्र सिंह बोरा, देवकीनन्दन शाह, श्रीमती रेणु बिष्ट, कुबेर सिंह कठायत, प्रदीप थपलियाल, शूरवीर सिह सजवाण, प्रकाश चन्द रमोला, विपुल जैन, अर्जुन सोनकर, टी.सी. भारती और कुमारी सारिका प्रधान को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है। बागियों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाते हुए पीसीसी चीफ ने कहा है कि चाहे कोई कितने ऊचे पद पर क्यों न हो पार्टी से बड़ा नहीं हो सकता। दल का अनुशासन हर हाल में कायम रहेगा जो भी अनुशासन की अवहेलना करेगा उसको पार्टी से बाहर कर दिया जाएगा ताकि पार्टी महफूज रहे।