उत्तराखंड की एक राज्यसभा सीट को लेकर हो रहे चुनाव पर भाजपा हाई कमान ने अनिल बलूनी को रिपीट करने की बजाय भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया है। जिसके बाद इस बात को लेकर चर्चाएं हो रही हैं कि अनिल बलूनी की भूमिका अब क्या कुछ उत्तराखंड से रहने वाली है। क्या चर्चाएं अनिल बलूनी के सियासी सफर को लेकर लगाई जा रही हैं पढ़ें इस खास रिपोर्ट में।
बलूनी पौड़ी लोकसभा सीट पर हो सकते हैं उम्मीदवार
बीजेपी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी और उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी का राज्यसभा सांसद का कार्यकाल दो अप्रैल को पूरा होने जा रहा है। भाजपा ने उत्तराखंड की एक राज्यसभा सीट को लेकर अनिल बलूनी को रिपीट करने की बजाय भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया है। जिसके बाद सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो चला है कि आखिरकार अनिल बलूनी का आगे का सियासी सफर एक जनप्रतिनिधि के रूप में क्या कुछ रहने वाला है।
कयास लगाए जा रहे हैं कि बलूनी पौड़ी लोकसभा सीट पर लोकसभा की उम्मीदवार भाजपा की तरफ से हो सकते हैं। तो कुछ लोग ये भी चर्चा कर रहे हैं कि अल्मोड़ा रिजर्व सीट होने के चलते उत्तराखंड की बाकी चारों लोकसभासीटों में से किसी भी एक सीट पर पार्टी उन्हें उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतर सकती है। हालांकि पौड़ी लोकसभा सीट पर अनिल बलूनी की दावेदारी सबसे पुख्ता मानी जा रही है।
दिल्ली में लोकसभा सीट से लड़ सकते हैं चुनाव
चर्चाएं इस बात की भी है की दिल्ली कि किसी लोकसभा सीट से भी अनिल बलूनी लोकसभा चुनाव में मैदान में हो सकते हैं। दिल्ली हो या फिर उत्तराखंड किसी भी सीट से अगर बलूनी मैदान में उतारे जाते हैं तो ये उनके कद को देखते हुए किया जाएगा। अगर बलूनी को दोनों राज्यों में से कहीं भी टिकट मिलता है तो उस सीट के सांसद का टिकट कटना पक्का है।
पीएम मोदी और गृहमंत्री के भरोसेमंद माने जाते हैं बलूनी
अनिल बलूनी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की काफी भरोसेमंद माने जाते हैं। यही वजह है कि राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी उनकी पहली पसंद है और राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी की भूमिका वो लंबे समय से भाजपा में निभा रहे हैं। राष्ट्रीय नेताओं में अनिल बलूनी अपनी छाप छोड़ चुके हैं। वहीं राज्यसभा सांसद के तौर पर भी जिस तरीके से उन्होंने काम किया है उससे उत्तराखंड की जनता का विश्वास जीतने का काम भी अनिल बलूनी के द्वारा किया गया है।