देहरादून – सीएम त्रिवेंद्र रावत की चली तो मुमकिन है कि आने वाले दिनों में उत्तराखंड के देहरादून और हरिद्वार जैसे शहरों में बिजली की तार जमीन के भीतर गुजरें। राज्य के गांव छोटी-छोटी पन बिजली योजनाओं से रोशन हों। राज्य की सरकारी मिलों में बयो ऊर्जा का इस्तमाल हो।
आज विभिन्न महकमों की समीक्षा बैठक मे सीएम रावत ने अधिकारियों को जहां अंडर ग्राउड केबिलिंग का प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए वहीं माइक्रों हाइडिल को स्थानीय रोजगार का साधन बनाने को कहा।
वहीं सीएम रावत ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि जिन गांवों में अभी तक बिजली नहीं पहुंची है उन्हें इसी वित्तीय वर्ष में रोशन करना है। इसके लिए बिजली के दूसरे स्रोतों का इस्तमाल भी किया जा सकता है।
इस मौके पर सीएम रावत ने ऊर्जा महकमें के अधिकारियों को नसीहत देते हुए कहा कि ऊर्जा के क्षेत्र में हमें किसी के आगे हाथ नहीं फैलाना है। गुड गवर्नेंस पर अमल करते हुए आम जनता को होने वाली परेशानियों को कम करना है और बिजली चोरी से कड़ाई से निपटना है।