उत्तराखंड में पिछली हरीश रावत सरकार के वक्त मार्च महीने में बड़ी उठा-पठक हुई थी। हरीश रावत की सरकार को गिराने की उनके विधायकों ने ही कोशिश की थी। लेकिन हाईकोर्ट ने हरीश रावत सरकार को बहाल कर दिया । जबकि बागी विधायकों को विधानसभा के तत्कालीन स्पीकर गोविंद सिंह कुंजवाल ने बर्खास्त कर दिया था।
जिस पर बागी विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया सु्प्रीम कोर्ट में याचिक दायर करते हुए कहा कि विधानसभा स्पीकर ने उनके संवैधानिक अधिकारों का हनन किया है। लेकिन फैसला आने से पहले राज्य में विधानसभा चुनाव हो गए और राज्य में भाजपा सरकार बन गई। अब उस वक्त के बागी विधायक भाजपा के विधायक हैं। जबकि अब माननीय सुप्रीम कोर्ट ने इस मुकदमे को स्थगित कर दिया है।