सीएम केजरीवाल ने दिल्ली की निर्धारित तारीख के अनुसार तिहाड़ जेल में समर्पण कर दिया है। इस बात की जानकारी दिल्ली के मंत्री कैलाश गहलोत ने दी। वहीं दिल्ली के मंत्री गोपाल राय ने कहा कि केजरीवाल 21 दिनों की जमानत पर बाहर आए थे। वह वापस जेल चले गए गैं और मुझे उम्मीद है कि 4 जून के बाद तानाशाही खत्म होने पर वह जल्द ही बाहर आएगे।
माता-पिता के पैर छूकर आशीर्वाद लिया
केजरीवाल ने घर से निकलने से पहले माता-पिता के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। इसके बाद वो बच्चों से भी मिलें। इसके बाद वो पत्नी सुनीता केजरीवाल के साथ सीधे राजगाट पहुंचे। जहां उन्होनें महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद केजरीवाल ने कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर में दर्शन किए। केजरीवाल को पार्टी के कई नेता तिहाड़ जेल छोड़ने गए।

एग्जिट पोल फर्जी हैं
केजरीवाल ने कहा कि ईवीएम पर नजर रखें, कैंडिडेट हार भी रहा है तब भी आप वहां रूकें, यदि वीवीपैट पर्ची का मशीन से मिलान न हो तो चुनाव रद्द हो जाएगा। हमें चौकन्ना रहना है। जो एग्जिट पोल दिखाए जा रहे वो फर्जी हैं।
भगत सिंह की तरह फांसी पर चढ़ने को तैयार
वहीं केजरीवाल ने कहा कि भगत सिंह ने कहा था कि जब सत्ता तानाशाही बन जाए तो जेल जिम्मेदारी बन जाती है। हम देश को बचाने के लिए जेल जा रहे हैं। मुझे नहीं पता ये जेल में मेरे साथ क्या करेंगे। अगर भगत सिंह फांसी पर चढ़ गए तो मैं भी फांसी पर चढ़ने के लिए तैयार हूं। मेरे शरीर का एक-एक कतरा इस देश के लिए है।


