उत्तर प्रदेश पुलिस के नाक में दम करने वाला शातिर अपराधी विकास दुबे खत्म हो गया. वो अपने साथ बहुत सारे राज ले गया. मगर अभी पुलिस की राह आसान नहीं है हालांकि तकनीकी तौर पर पुलिस को कोर्ट में विकास दुबे के मारे जाने पर कोई रिपोर्ट नहीं देनी होगी. क्योंकि वह न्यायिक हिरासत में नहीं था. और ना ही मध्य प्रदेश पुलिस ने अधिकारिक तौर पर उसे गिरफ्तार किया था.
जानकारों के मुताबिक अगर कोई अपराधी न्यायिक हिरासत में हो और इस दौरान उसके साथ कोई अनहोनी हो जाए या वो एनकाउंटर में मारा जाए तो ऐसे हालात में संबंधित जिले की पुलिस को कोर्ट को पूरे मामले की रिपोर्ट देनी पड़ती है. कोर्ट को विस्तार से सब बताना पड़ता है. लेकिन विकास दुबे के मामले में यूपी पुलिस को कोर्ट में रिपोर्ट नहीं देनी होगी. क्योंकि एमपी पुलिस ने विकास दुबे को हिरासत में लिया था, लेकिन उसकी गिरफ्तारी नहीं दिखाई थी. बस इसी बात का फायदा यूपी पुलिस को आगे चलकर मिल सकता है.