केदारनाथ मंदिर के कपाट विधि विधान के साथ 10 मई को सुबह सात बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। पूरे देश को केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने का इंतजार होता है। कई लोगों का केदारनाथ आना सपना होता है। अगर आप भी पहली बार केदारनाथ धाम जाने का प्लान कर रहे हैं तो ये पोस्ट आपके लिए हैं। आज हम आपको कुछ आसान टिप्स बताएंगे जिससे आपकी यात्रा सुखद और सुरक्षित हो पाए।
kedarnath जा रहे हैं तो इन बातों का रखें ध्यान
यात्रा के लिए पंजीकरण अवश्य कराएं
चारधाम यात्रा पर आने से पहले श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन (chardham registration) जरूर करा लें क्योंकि चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण अनिवार्य कर दिया गया है। बता दें कि श्रद्धालुओं को पंजीकरण के लिए नाम, मोबाइल नंबर के साथ यात्रा करने वाले सदस्यों का ब्योरा, निवास स्थान के पत्ते के लिए आईडी देनी होगी।
Step 1 . चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन (online chardham yatra registration) करवाने के लिए सबसे पहले आपको पर्यटन विभाग की वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in पर लॉगिन करना होगा।
Step 2 .इसके बाद आप रजिस्टर और लॉगिन के आप्शन मिलेंगे। यहां पर क्लिक कर लॉगिन कर लें।
Step 3. लॉगिन करने के बाद आपको अपना फोन नंबर, अपने राज्य का नाम, अपना नाम और अन्य जानकारी देनी होगी। इसे भरने के बाद आप रजिस्टर कर पाएंगे।
ऐसे करें रजिस्ट्रेशन (uttarakhand char dham registration)
आप व्हाट्सएप नंबर-8394833833 पर yatra (यात्रा) लिख कर मैसेज करके भी पंजीकरण कर सकते हैं।
अगर कोई यात्री इन तरीकों से पंजीकरण नहीं कर पा रहे हैं तो वो पर्यटन विभाग ने टोल फ्री नंबर- 0135-1364 पर कॉल करके भी पंजीकरण करवा सकते हैं।
आप स्मार्ट फोन पर touristcarerttarakhand मोबाइल एप से पंजीकरण कर सकते हैं।
मौसम पूर्वानुमान चेक करते रहें
चारधाम यात्रा में आने से पहले मौसम का पूर्वानुमान चेक करते रहें। उसके बाद ही यात्रा की योजना बनाए। मानसून के दौरान चारधाम यात्रा में आने से बचे। चारधाम यात्रा करने का सबसे अनुकूल समय मई से लेकर जून तक है। इसके अलावा सितंबर आखिरी, अक्टूबर और नवंबर में भी चारधाम यात्रा के लिए मौसम अनुकूल रहता है।
मौसम के अनुसार कपड़े रखें
पहाड़ों पर कभी भी मौसम बदल सकता है और बारिश होने लगती है। जिस से ठंड हो जाती है। इसलिए यात्रा के दौरान अपने साथ गर्म कपड़े ऊनी स्वेटर, थर्मल, पफर जैकेट, दस्ताने और मोजे जरूर रखें। इसके साथ ही बारिश से बचने के लिए छाते और रेन कोट रखना ना भूले।
हेलीकॉप्टर से यात्रा का प्लान है तो अधिकृत वेबसाइट से ही करें बुक
अगर आप हेलीकॉप्टर से यात्रा का प्लान कर रहे हैं तो अधिकृत वेबसाइट ( https://heliyatra.irctc.co.in ) से ही बुक करें। अन्य कोई भी वेबसाइट या फेसबुक या व्हट्सएप या फोन कॉल्स या एजेन्ट्स के झांसे में न आयें।
step 1. हेलीकॉप्टर बुकिंग के लिए आप आईआरसीटीसी (IRCTC) irctc heli yatra की www.heliyatra.irctc.co.in पर हेली सेवा टिकटों की बुकिंग कर सकते हैं।
step 2. इसके लिए सबसे पहले लॉग इन आईडी बनानी होगी। इसके बाद ही बुकिंग के लिए आईटी प्रोफाइल खुलेगी।
step 3. यात्री को हेली ऑपरेटर कंपनी का चयन करने के बाद यात्रा की तिथि और स्लॉट टाइम भरना होगा। इसके साथ ही यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या और जानकारी देनी होगी।
step 4. इस प्रक्रिया को पूरी करने के बाद पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा। ओटीपी डालने के बाद टिकट राशि का ऑनलाइन भुगतान कर के टिकट बुक हो जाएगा।
फिटनेस स्तर
विशेषज्ञों की माने तो अगर आप चारधाम यात्रा पर पैदल जा रहे हैं तो उससे पहले फिजिकल फिटनेस की जांच जरूर करा लें। इसके लिए एक साधारण टेस्ट होता है ट्रेडमिल या स्ट्रेचिंग, जिसे करा कर देखना चाहिए कि आप अपने हार्ट को स्ट्रेस दे सकते हैं या नहीं। अगर टेस्ट में कोई परेशानी नहीं आती है तभी चार धाम की यात्रा पर जाएं।
आवास के लिए विकल्प
धर्मशालाएं: आप रुकने के लिए धर्मशालाएं या गेस्टहाउस का विकल्प भी चुन सकते हैं। ये पूरे उत्तराखंड में व्यापक रूप से उपलब्ध हैं। ये बुनियादी लेकिन आरामदायक आवास धार्मिक संगठनों द्वारा चलाए जाते हैं। जो आम तौर पर गर्म पानी, भोजन, रात्रि विश्राम जैसी बुनियादी सुविधाओं के साथ एक निजी कमरा प्रदान करते हैं।
यात्रा के दौरान इन बातों का ध्यान रखें
- यातायात नियमों का पालन करें।
- नशीले पदार्थों का सेवन न करें।
- यात्रा मार्ग व धाम क्षेत्र में गन्दगी न फैलायें।
- धाम की मर्यादा व पवित्रता बनाये रखें।
- पुलिस व प्रशासन द्वारा दिए निर्देशों का पालन करें व व्यवस्था बनाने में सहयोग करें।
- पैदल मार्ग में रुक-रुक कर यात्रा करें।
- घोड़ा-खच्चर से यात्रा करने पर साथ में चल रहे संचालक की आईडी अपने पास रखें।
- किसी भी समस्या या आपात स्थिति में 112 पर काॅल करें।