विपक्ष लगातार सरकार की योजनाओं को लेकर आक्रोशित है। लगातार कांग्रेस के तमाम संगठन सरकार का घेराव भी कर रहे हैं। आज देहरादून में इंटक ने भी सरकार की नीतियों के खिलाफ सचिवालय कूच किया।
सरकार की नीतियों के खिलाफ इंटक ने किया सचिवालय कूच
इंटक ने सरकार की नीतियों के खिलाफ सचिवालय कूच किया। इंटक के प्रदेश अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट का कहना है कि मजदूर वर्ग पर हो रहे अत्याचार गरीब वर्ग का शोषण और पुरानी पेंशन बहाली जैसे मुद्दों पर सरकार एकदम मौन है। इसके साथ ही 10 साल जो लोग संविदा कर्मचारी के रूप में एक संस्थान में काम कर चुके है उन्हे स्थाई नियुक्ति प्रदान की जाए। जिससे 30 से 40 हजार लोगो को सीधा फायदा होगा।
अपराधिक घटनाओं पर सरकार पूरी तरह से मौन
इंटक के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सरकार प्रदेश में हो रहे अपराधिक घटनाओं अंकित भंडारी हत्याकांड, आईएसबीटी की घटना और तमाम ऐसे प्रकरण है जिस पर सरकार पूरी तरह मौन है और ये सबकी मिलीभगत है। सरकार का मुख्य उद्देश्य बस दिल्ली में अटैची पहुंचाना है।