देहरादून : 19 नवंबर को विभिन्न राज्य से संबंधित भारतीय वन सेवा के आठ कोरोना संक्रमित अधिकारी जो कि संस्था के कार्यक्रम के अधीन दिल्ली में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे थे।सभी अधिकारियों को बिना किसी सूचना के देहरादून में स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी में प्रवेश दिया गया जबकि कोरोना संक्रमण से संबंधित भारत सरकार के नियमों के तहत कोविड संक्रमित व्यक्ति को होम आइसोलेशन या फिर संस्थागत आइसोलेशन में रखे जाने की कार्रवाई की जानी चाहिए थी। साथ ही 8 अधिकारियों में से एक कोरोना संक्रमित अधिकारी जो कि हिमाचल प्रदेश के रहने वाले हैं कि संबंध में सूचना मिली है कि वह बिना किसी सूचना के हिमाचल प्रदेश 24 नवंबर को रवाना हो गए हैं। 24 नवंबर को संस्थान में तीन अन्य व्यक्ति भी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं जिसकी सूचना भी प्रशासन को नहीं दी गई है।
कोरोना संक्रमित अधिकारियों को कोविड-19 प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते हुए दिल्ली से देहरादून के जनपदीय सीमा में प्रवेश कराया गया और प्रवेश के बाद कोई भी सूचना स्थानीय जिला प्रशासन सहित चिकित्सा विभाग को नहीं दी गई, जो की आपदा प्रबंधन अधिनियम और उत्तराखंड राज्य महामारी कोविड-19 का उल्लंघन किया गया है।
जिलाधिकारी आर राजेश कुमार ने बताया की निदेशक इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी को पत्र जारी किया गया की इस सम्बंध में तत्काल स्पष्ट करे कि क्यों न कोविड-19 संक्रमण रोकथाम के लिए जारी किए गए निर्देशों का उल्लंघन के लिए उत्तरदायित्व निर्धारित कर अधिनियम के अंतर्गत कार्यवाही अमल में लाई जाए।