मणिपुर के जिरी नदी में महिला और दो बच्चों के शव मिलने के बाद राज्य के शांत मानी जाने वाली जगह जिरिबाम इलाके में शनिवार को एक बार फिर हिंसा भड़क गई। यह हिंसा जिरिबमा से होते हुए राजधानी इंफाल तक आ गई। हिंसक भीड़ ने सीएम एम बिरने सिंह के निजी घर को निशाना बनाने की कोशिश की और इलाके में प्रॉपर्टी और वाहनों तक को आग के हवाले कर दिया। जिसके बाद प्रशासन ने अनिश्चितकालीन समय के लिए कर्फ्यू लगा दिया है।
सीएम के निजी आवास पर हमला
जानकारी के मुताबिक शनिवार की रात भीड़ ने इम्फाल के हीनगांग में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के निजी आवास पर भी हमला करने की कोशिश की। हालांकि उस समय वे वहां मौजूद नहीं थे। सुरक्षा बलों ने भीड़ को पीछे धकेल दिया, जिन्होनें खाली गोलियां और आंसू गैस के गोले दागे। उनके आवास तक जाने वाले हाईवे पर जलते हुए टायर बिछाए गए थे।
क्या है मामला?
बता दें कि मणिपुर में जातीय हिंसा शुरु होने के बाद से स्थिति गंभीर बनी हुई है। पिछले सोमवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 11 संदिग्ध उग्रवादी मारे गए। इन उग्रवादियों ने काले कपड़े पहने हुए थे और अत्याधुनिक हथियारों से लैस थे। उन्होनें जिरिबाम जिले के एक थाने और एक सीआरपीएफ शिविर पर अंधाधुंध गोलीबारी की थी। इसके एक दिन बाद उग्रवादियों ने जिरीबाम जिले के छह नागरिकों का अपहरण किया, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। इसके बाद मणिपुर-असम सीमा पर जिरी और बराक नदी के संगम के पास तीन शव बरामद किए गए। ऐसा माना जा रहा है कि बरामद हुए तीन शव जिरीबाम जिले से लापता छह लोगों में से ही हो सकते हैं।



