देहरादून के रिलायंस शोरुम में लूट की घटना को अंजाम देने वाले बदमाशों तक तो फिलहाल पुलिस नहीं पहुंच पाई है। लेकिन बदमाशों की पहचान हो चुकी है। डकैती मामले में पुलिस के हाथ कुछ ऐसा सुराग लगा है जिससे बड़ा खुलासा होने की उम्मीद है।
घटना को अंजाम देने वाले बदमाशों की पहचान
धनतेरस से पहले राजपुर रोड स्थित रिलायंस ज्वेलर्स में बदमाशों ने दिनदहाड़े लूट की वारदात को अंजाम दिया था। फिलहाल बदमाश पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। लेकिन बदमाशों की पहचान हो चुकी है। माना जा रहा है कि बदमाशों तक पुलिस जल्द पहुंच सकती है।
हरिद्वार के एक होटल में रुके थे बदमाश
बताया जा रहा है लूट की वारदात को अंजाम देने में शोरुम को ज्वैलरी सप्लाई करने वाली कंपनी की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। जिससे कंपनी जांच के दायरे में आ गई है। जानकारी के मुताबिक डकैती की घटना से तीन दिन पहले पांच बदमाश हरिद्वार के एक होटल में रुके थे। पुलिस को होटल से बदमाशों के बारे में काफी जानकारी हाथ लगी है।
जांच के दायरे में आई कंपनी
पुलिस के मुताबिक घटना से दो दिन पहले धनतेरस व दीपावली को लेकर करोड़ों रुपये के गहने शोरूम में पहुंचे थे। इसकी जानकारी या तो शोरूम स्टाफ या फिर कंपनी को थी। बदमाशों तक यह सूचना किस तरह पहुंची यह भी जांच का विषय है। इसलिए कंपनी के साथ-साथ स्टाफ की भूमिका भी संदेह के घेरे में है।
महाराष्ट्र के लिए रवाना हुई पुलिस की टीम
बता दें कि पुलिस के हाथ सुराग लगते ही पुलिस की एक टीम महाराष्ट्र के लातूर भी भेजी गई है। पुलिस को पता चला है कि महाराष्ट्र पुलिस ने गिरोह के सरगना सुबोध को पुलिस रिमांड पर लिया है। डकैती की कई घटनाओं में शामिल गिरोह का मास्टरमाइंड बिहार जेल में बंद सुबोध को महाराष्ट्र पुलिस ने प्रोडक्शन वारंट पर लिया है। जिसे लातूर लाया गया है।
पहले भी हो चुकी है इस पैटर्न से डकैती
जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश के कटनी और महाराष्ट्र के लातूर में भी इसी पैटर्न से डकैती की घटनाओं के प्रयास किए गए थे। इन घटनाओं में फरार बदमाशों के चेहरे देहरादून में घटना को अंजाम देने वाले बदमाशों से चेहरे से मिलान के आधार पर एक ही गैंग का सभी घटनाओं में संलिप्त होने की संभावना जताई जा रही है।
विदेशों तक फैला है बदमाशों का नेटवर्क
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि बदमाशों का नेटवर्क बंगाल, बिहार ओर नेपाल तक फैला हुआ है। अब पुलिस इसी आधार पर मामले की जांच कर रही है और सामान शोरुम तक पहुंचाने वाली कंपनी भी जांच के दायरे में आ गई है।
किसी जानकार का हाथ होने की संभावना
हालांकि जिस स्टाइल में लूट की वारदात को अंजाम दिया गया है उसे देखते हुए इसका अंदाजा पहले से ही लगाया जा रहा था कि बदमाशों को शोरुम किसी न किसी जानकार का हाथ और साथ जरुर मिला है। जिस कारण इतनी आसानी से लूट की वारादात को अंजाम दिया गया।