कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने बुधवार को तहसील का औचक निरिक्षण किया। कमिश्नर को तहसील में देख हड़कंप मच गया। निरिक्षण के दौरान कई लापरवाही सामने आई। जिसके बाद IAS दीपक रावत ने तहसीलदार सहित चार अधिकारी व कर्मचारियों को फटकार लगाकर स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए।
सवालों का स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए अधिकारी
दीपक रावत निरिक्षण के लिए पहले एसडीएम कार्यालय पहंचे। जहां उन्होंने तहसीलदार के बगल वाले कार्यालय का निरिक्षण किया। वहां टेबल में साल 2020-21 की फाइल अव्यवस्थित ढंग से थी। जिसके बाद कमिश्नर से फाइल टेबल पर अव्यवस्थित ढंग से होने का कारण पूछा। जिस पर अधिकारी कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे सके।
तहसीलदार को लगाई जमकर फटकार
पूछताछ करने के बाद फाइल को अपने साथ ले जाकर तहसीलदार के कक्ष में पहुंचे। जहां कमिश्नर ने विवादित मामलों की संख्या और निस्तारण लम्बे समय से न होने पर नाराजगी जताई। इस दौरान शिकायत वाली फाइलों में तहसीलदार के हस्ताक्षर न होने, शिकायतकर्ता के आवेदनों पर भी समस्या का निस्तारण ना होने और तीन माह पुरानी फाइलों में भी निस्तारण ना होने के चलते जमकर फटकार लगाई।