सांसदी जाने के बाद राहुल गांधी पहली बार मीडिया से रूबरू हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि वो किसा से भी नहीं डरते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं सावरकर नहीं हूं, मैं किसी से मांफी नहीं मांगता। राहुल गांधी ने कहा कि हिंदुस्तान में लोकतंत्र पर आक्रमण हो रहा है।
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हिंदुस्तान में हो रहा है लोकतंत्र पर आक्रमण
सांसदी जाने के 11 घंटे बाद राहुल गांधी मीडिया से रूबरू हुए। इस दौरान राहुल गांधी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मैंने आप सबसे काफी बार बोला है कि हिंदुस्तान में लोकतंत्र पर आक्रमण हो रहा है। उन्हाेंने कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए मैं सवाल पूछना बंद नहीं करूंगा।
राजनीति मेरे लिए कोई फैशन की बात नहीं, यह मेरे लिए है तपस्या
राहुल गांधी ने कहा कि राजनीति मेरे लिए कोई फैशन की बात नहीं है। सच बोलना मेरे लिए कोई नई बात नहीं है। ये मेरे जीवन की तपस्या है। चाहे मुझे अयोग्य ठहराएं या मुझे मारे-पीटें, जेल में डालें। लेकिन मुझे अपनी तपस्या करनी है। इस देश ने मुझे प्यार दिया है। इसलिए मुझे उसके लिए यह सब करना है।
मैं सावरकर नहीं हूं, मैं किसी से मांफी नहीं मांगता
राहुल गांधी से जब मांफी मांगने को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने बोला कि वह किसी से मांफी नहीं मांगते मैं गांधी हूं, मैं सावरकर नहीं हूं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वायनाड से मेरा प्यार का रिश्ता है।
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ओबीसी समुदाय के अपमान को लेकर ये बोले राहुल गांधी
राहुल गांधी से जब ओबीसी समुदाय के अपमान को लेकर पूछा गया तो वह बोले कि मैं भारत जोड़ो यात्रा में भी कहता रहा हूं कि सभी समुदाय को एक साथ चलना चाहिए। भारतीय जनता पार्टी ध्यान को भटकाने की कोशिश करती है। भाजपा कभी ओबीसी की बात करती है तो कभी कभी विदेश की बात करती है। भाजपा का यही तो काम है। लेकिन फिर भी मैं तीन अरब डॉलर की बात को उठाना बंद नहीं करुंगा।
मोदी जी का अदाणी जी रिश्ता नया नहीं है, ये सालों पुराना है
राहुल गांधी ने सवाल पूछा कि मोदी जी का अदाणी से क्या रिश्ता है। मैं पूछता रहूंगा कि 20 हजार करोड़ रुपये किसके हैं। मैं पूछता जाउंगा, मुझे कोई डर नहीं लगता इन लोगों से। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मोदी जी का अदाणी से रिश्ता पुराना नहीं है ये रिश्ता पुराना है।
जब मोदी जी गुजरात के सीएम बने थे ये रिश्ता तब से है। मैंने हवाई जहाज की फोटो दिखाई थी, जिसमें मोदीजी अपने दोस्त के साथ आराम से बैठे थे। ये सवाल मैंने पूछा तो फिर मेरे बयान को संसद से हटाया गया।
इस बारे में जब मैंने स्पीकर को डिटेल चिट्ठी लिखी पॉइंट बाय पॉइंट तो उसमें मैंने कहा कि एयरपोर्ट्स अदाणी जी को रूल्स बदलकर दिए गए हैं। ये लीजिए रूल की कॉपी जिसे बदला गया। चिट्ठी लिखी, लेकिन इसका कोई फर्क नहीं पड़ा।