चारधाम यात्रा के लिए कुछ ही समय शेष है। यात्रा को सुगम बनाने के लिए प्रशासन अपनी कमर कसे हुए है। केदारनाथ धाम और हेमकुंड साहिब की तीर्थयात्रा के दौरान घोड़े-खच्चरों के संचालन से पहले संचालकों को अपने अपने घोड़े-खच्चरों की एक माह की ग्लैंडर्स नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी अनिवार्य कर दिया है।
नेगेटिव रिपोर्ट दिखाने के बाद ही यात्रा मार्ग पर होगा संचालन
बता दें ग्लैंडर्स नेगेटिव रिपोर्ट दिखाने के बाद ही घोड़े-खच्चरों को यात्रा मार्ग पर संचालन की अनुमति दी जाएगी। चमोली के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने सभी घोड़ा-खच्चर संचालकों को झगह जगह लगाए जाने वाले कैंपों में घोड़े-खच्चरों के ग्लैंडर्स के निर्देश दिए है।
प्रशासन ने ये फैसला वर्ष 2022 की यात्रा से लिया है। वर्ष 2022 की यात्रा में कई घोड़े खच्चर की यात्रा मार्ग पर ही मौत हो गई थी। जिसे देखते हुए इस बार प्रशासन यात्रा मार्ग पर घोड़े-खच्चरों के संचालन में सावधानी बरत रहा है।
डीएम ने अन्य जिलों को पत्र भेज किया आग्रह
रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की ओर से पौड़ी, टिहरी, चमोली, उत्तरकाशी, बागेश्वर और पिथौरागढ़ के जिला प्रशासन को पत्र के माध्यम से अपने-अपने जिलों में घोड़े-खच्चरों की ग्लैंडर्स रिपोर्ट जारी करने का आग्रह किया गया है।