देहरादून। उत्तराखंड में हेली सेवाओं को लेकर बने संशय के बीच राज्य के अधिकारियों ने साफ किया है कि फिलहाल राज्य में हेली सेवाएं चालू रहेंगी। हालांकि राज्य के हेलीपैड्स पर इंफ्रास्ट्रक्चर और अन्य सुविधाओं की कमी को लेकर DGCA ने खासी नाराजगी जताई है। DGCA ने उत्तराखंड सरकार से सेवाओं और इनसे जुड़ी सुविधाओं के बारे में स्पष्टीकरण मांगा है। DGCA ने राज्य में हेली सेवाओं की अनुमति रद्द करने की धमकी भी दे डाली है।
गौरतलब है कि शनिवार को बद्रीनाथ में एक चापर क्रैश हो गया था। इस हादसे में एक शख्स की मौत हो गई थी। हालांकि उत्तराखंड सरकार ने कहा है कि ये चापर DGCA की ही अनुमति से उड़ान पर था और राज्य की हेली सेवाओं से इसका लेना देना नहीं था।
वहीं राज्य में हेली सेवाओं और चापर्स की उड़ानों को लेकर पिछले काफी वक्त से सवाल उठते रहें हैं। हालात ये हैं कि कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज का चापर भी दो बार लैंडिंग नहीं कर पाया। सतपाल महाराज ने इस पर नाराजगी जताते हुए सीएम को खत भी लिखा था। खुद सीएम का चापर भी घंटाकर्ण जाते समय हेलीपैड सही न बना होने के चलते लैंड नहीं कर पाया था। राज्य में नागरिक उड्डयन विभाग मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के पास है।