उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां पर 30 साल पहले लापता हुए शख्स का कंकाल उसी के घर से बरामद हुआ है। पुलिस की माने तो इस बात का खुलासा तब हुआ जब मृतक के छोटे बेटे पंजाबी सिंह का ये दावा था कि उसके दो बड़े भाइयों प्रदीप कुमार और मुकेश कुमार ने मिलकर उसके पिता की हत्या कर दी। हत्या के बाद घर पर ही पिता का शव दफनाने का आरोप लगाया।
30 साल पहले लापता हुए पिता का घर पर ही मिला कंकाल
कंकाल को पुलिस ने फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया। साथ ही भाइयों, मां और एक और व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी गई है। खबरों की माने तो गिलौंडपुर गांव के रहने वाले 39 साल के पंजाबी सिंह को बचपन की एक दर्दनाक घटना याद आई। पिता के लापता होने से एक रात पहले उनकी अपने दोनों बड़े बेटों के साथ बहस हुई ती।
छोटे बेटे ने कि बचपन की दर्दनाक घटना को याद
पंजाबी ने बताया कि वो छोटे में पिता के साथ सोते थे। उन्हें याद है कि एक रात मेरे दोनों बड़े भाई (उस वक्त 20 साल के)एक व्यक्ति के साथ आए और मुझे दूसरे कमरे में सोने के लिए कहने लगे। नींद ना आने की वजह से उस वक्त नौ साल के पंजाबी ने बाहर जाकर देखने का फैसला किया। तभी उन्होंने भाईयों को पिता से लड़ते हुए सुना। ये सुनकर वो डर गए और कहीं जाकर छिप गए। अगली बात जो उन्हें याद है वो है बरामदे में खोदा हुआ एक नया गड्ढा दिखा।
मां ने कहां पिता कहीं चले गए
मां से पिता के बारे में पूछने पर उन्होंने बताया कि पिता कहीं चले गए हैं। संदेह के बावजूद उन्होंने इस घटना को कई सालों तक अपने तक ही सीमित रखा। सबसे बड़े भाई को उन्होंने सबसे पहले इस घटना के बारे में बताया।
संपत्ति विवाद बताकर जांच की बंद
पंजाबी ने बताया कि आठ साल बाद पुलिस से इस मामले में उन्होंने सपर्क किया था। लेकिन संपत्ति विवाद बताकर जांच बंद कर दी गई थी। लेकिन इस बाद करीब दो महीने पहले भाई बस्ती राम के सहयोग के साथ उन्होंने अपने पिता की हत्या का केस वरिष्ठ अधिकारियों से किया। जिसके बाद हाल ही में फॉरेंसिक विशेषज्ञों की टीम घर पर पहुंची और खुदाई में कंकाल के अवशेष बरामद किए। जिसके बाद इसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।