केदारनाथ उपचुनाव के लिए कांग्रेस से लेकर बीजेपी कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। उपचुनाव के कारण केदारनाथ की ठंडी वादियों का माहौल गरमाया हुआ है। उपचुनाव के लेकर बीजेपी और कांग्रेस में दिलचस्प मुकाबला नजर आ रहा है। माइंड गेम दोनों राजनीतिक दल एक-दूसरे के खिलाफ खेल रहे हैं। इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भाजपा नेताओं पर अंदरूनी कलह का आरोप लगाकर माइंड गेम खेलते हुए नजर आ रहे हैं। जिस से ये मुकाबला और भी दिलचस्प हो गया है।
हरीश रावत के माइंड गेम से दिलचस्प हुआ केदारनाथ में मुकाबला
केदारनाथ उपचुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस एक-दूसरे पर जहां हमलावर नजर आ रहे हैं। तो वहीं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भाजपा के केदारनाथ उपचुनाव हारने की बात कहकर लगाकर माइंड गेम खेलने का काम कर रहे हैं। हरदा ने भाजपा नेताओं में कलह होने की बात कही है। हालांकि केदारनाथ में जिस तरीके से भाजपा ने अपना मैनेजमेंट चला है और उसके हिसाब से जो भी टिकट के दावेदार थे वो भाजपा उम्मीदवार आशा नौटियाल के साथ एक मंच पर खड़े नजर आ रहे हैं। साथ ही साथ प्रचार-प्रसार भी कर रहे हैं।
बीजेपी का अच्छा नेता हराना चाहता है चुनाव
हरीश रावत का कहना है कि उन्हें लगता है कि भाजपा का एक अच्छा गुट, एक शक्तिशाली गुट केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव हराने का काम कर रहा है। हालांकि कौन वो अच्छा है कौन वो नेता है ये हरीश रावत इस बारे में कुछ नहीं बता रहे हैं। कुल मिलाकर हरीश रावत का कहना है कि केदारनाथ उपचुनाव ना केवल विधायक चुनने का है बल्कि मुख्यमंत्री बदलने का भी है।
हरीश रावत के बयान पर भाजपा ने ली चुटकी
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बयान को लेकर भाजपा चुटकी लेते हुए नजर आ रही है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी का कहना है कि हरीश रावत जिस बात को कह रहे हैं उनके पूरे जीवन की राजनीति देखी जाए तो गुटबाजी, पार्टी को डिवाइड करने की, जनता को डिवाइड करने की, लोगों के मन में अशांति डालने की राजनीति रही है।
ये भी उसी राजनीति का पार्ट है जो आज वो कह रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस में भी हरीश रावत वे यही काम किया है इसलिए भाजपा में उन्हें ये सब दिख रहा है। भाजपा एकजुटता के साथ चुनाव में लड़ने का काम कर रही है। केदारनाथ उपचुनाव में भाजपा के प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित है।