देहरादून-राजमार्गों को जिलामार्ग घोषित करना कोई स्थाई इलाज नहीं हैं। वैसे भी मौजूदा सरकार पर वहीं गड्ढे भारी पड़ रहे हैं जो उन्होंने विपक्ष में रहते हुए तब सरकार के लिए खोदे थे। खनन और शराब के कारोबार पर मौजूदा भाजपा सरकार को घेरते हुए ये बात पूर्व सीएम हरीश रावत ने कही।
रावत ने कहा कि जिला मार्ग घोषित करना फौरी राहत हो सकती है कोई स्थाई समाधान नहीं। इसके लिए सरकार को सभी पक्षों के साथ बैठ कर ठोस रास्ता निकालना चाहिए। रावत ने कहा राजमार्गों को जिलामार्ग घोषित करने से इनके रख-रखाव मे धन की कमी भी आड़े आ सकती है। वहीं मौजूदा भाजपा सरकार को घेरते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि भाजपा उनके किए राज्य हित के कई फैसलों पर सावल उठा रही है जो कि गलत है। रावत ने कहा कि भाजपा बिजली करार को लेकर हो हल्ला कर रही है लेकिन उसे अभी तक खारिज नहीं किया।
वहीं रावत ने 2007-08 का हवाला देते हुए कहा कि जब कांग्रेस ने सत्ता छोड़ी थी उस वक्त राज्य पर केवल 12 हजार करोड़ रुपए का कर्ज था। लेकिन उसके बाद बनी भाजपा सरकार ने पांच साल के शासन मे ही कर्ज को 37 हजार करोड़ रुपए तक पंहुचा दिया।