हरिद्वार : देश में लॉक टाउन लगने के बाद सरकार और सामाजिक संस्थाएं गरीब लोगों तक राशन का सामान पहुंचाने में लगी है तो वहीं इसी राशन को लेकर हरिद्वार के ब्रह्मपुरी क्षेत्र में देर रात स्थानीय विधायक और कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक द्वारा बंटवाए जा रहे राशन को लेकर विवाद खड़ा हो गया पर विवाद इतना बढ़ा कि स्थानीय लोगों ने मंत्री द्वारा दिए गए राशन को सड़क पर ही रख दिया लोगों ने आरोप लगाया कि हमारे क्षेत्र में बांटे जा रहे राशन कम मात्रा में बांटा जा रहा है और पास के ही वार्ड में राशन की मात्रा ज्यादा है हंगामा बढ़ता देख मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले को शांत कराया।
ब्रह्मपुरी क्षेत्र में कैबिनेट मंत्री और हरिद्वार विधायक मदन कौशिक द्वारा बांटे जा रहे राशन को लेकर लोगों ने विरोध जताया स्थानीय निवासियों का कहना है कि राशन हमने इसलिए वापस किया है इस राशन में सिर्फ आटा चावल चीनी और दाल ही थी और इस पर कोई भी मसाले नहीं थे हम मजदूर लोग हैं खाना बनाने का सामान कहां से लायेगे क्योंकि लॉक डाउन लगने की वजह से हम बेरोजगार हैं इस राशन को बांटने में हमारे साथ भेदभाव किया गया क्योंकि पास के ही वार्ड में राशन की मात्रा ज्यादा थी और उसमे सारा सामान दिया गया है मगर जो हमें राशन दिया गया है उसमें सामान की मात्रा कम है इस वजह से हमने राशन को वापस कर दिया
वहीं स्थानीय निवासियों के आरोपों को गलत बताते हुए बीजेपी कार्यकर्ता पूनम का कहना है कि राशन का वितरण करने में हमारी तरफ से किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जा रहाइस क्षेत्र में जो राज्य शासन बांटा जा रहा है वह हमारे पास आया है और इसमें हमें नहीं पता कि क्या समान है इस क्षेत्र में तकरीबन 1600 पर्चियां बाटी गई है यहां पर कुछ लोगों ने राशन को लेकर विवाद खड़ा कर दिया और 45 लोगों ने राशन को वापस किया हैऔर साथ ही इस राशन में से सामान भी निकाला गया है इनका कहना है कि इनको हमसे राशन लेना ही नहीं चाहिए था अगर वापस करना था तो या राशन मंत्री मदन कौशिक द्वारा बांटा गया है
राशन वितरण को लेकर लोगों का यह भी आरोप है कि क्षेत्र के पार्षद जो कांग्रेस पार्टी से थे उनकी मौत हो जाने की वजह से उनके क्षेत्र में राशन कम मिल रहा है जबकि चंद कदम की दूरी पर दूसरे वार्ड में अधिक राशन बांटा जा रहा है अब देखना होगा शासन और प्रशासन लोगों द्वारा लगाए जा रहे आरोपों पर क्या कार्रवाई करता है क्योंकि हरिद्वार में लगातार राशन वितरण को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं कि स्थानीय नेता अपने चहेतों को भारी मात्रा में राशन दे रहे हैं मगर स्थानीय लोग और जरूरतमंद लोगों तक राशन नहीं पहुंच रहा है