मंगलवार को संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सिविल सेवा 2022 परीक्षा के नतीजे जारी किए है। जिसमें उत्तराखंड की नैनीताल जिले की दीक्षिता जोशी ने ऑल इंडिया 58वी रैंक हासिल की है। उनकी इस सफलता के बाद पूरे परिवार में खुशी का माहौल है।
सेल्फ स्टडी कर पाया मुकाम
नैनीताल जिले की होनहार बेटी दीक्षिता जोशी ने घर पर ही सेल्फ स्टडी कर ये मुकाम हासिल किया है। उन्होनें इसके लिए कोई कोचिंग नहीं ली। मूल रूप से दन्या की निवासी हल्द्वानी के पीलीकोठी की रहने वाली दीक्षिता ने UPSC में ऑल इंडिया 58वी रैंक हासिल की है। इससे पहले दीक्षिता दो बार अपने लक्ष्य से चूक गयी थीं लेकिन उन्होंने हार नही मानी और लगातार मेहनत करने लगीं, और तीसरे प्रयास में उन्होंने पूरे देश मे 58वी रैंक हासिल कर नैनीताल ही नही बल्कि पूरे उत्तराखंड का नाम रौशन किया है। अब उनका IAS अधिकारी बनने का सपना साकार हो गया है।
पिता फार्मासिस्ट और माता हैं प्रवक्ता
दीक्षिता के पिता आईके पांडे नैनीताल जिला मुख्यालय के बीडी पांडे हॉस्पिटल में फार्मासिस्ट है और माता दीपा जोशी नैनीताल जिले के पहाड़पानी के खीमाराम आर्य राजकीय इंटर कॉलेज में हिंदी की प्रवक्ता के पद पर कार्यरत है। दीक्षिता ने हल्द्वानी के आर्यमान विक्रम बिरला से स्कूली शिक्षा हासिल की थी। दीक्षिता एक मेधावी छात्रा थी। 2011 में दीक्षिता ने हाईस्कूल किया और साल 2013 में इंटर की पढ़ाई अच्छे अंक लाने का बाद उन्होंने आगे की पढ़ाई के लिए जीबी पंत विश्वविद्यालय पंतनगर में प्रवेश लिया। इसके बाद उन्होंने IIT मंडी से मास्टार्स किया है।
परिवार में खुशी का माहौल
दीक्षिता की ऑल इंडिया 58वी रैंक हासिल करने के बाद उनके परिवार में खुशी का माहौल है। उनके माता और पिता दोनों को बेटी की सफलता पर गर्व है। वहीं दीक्षिता का भी आईएएस बनने का सपना पूरा हो गया है।