देहरादून: कारोबारियों को जुलाई में सप्लाई किए गए माल व सेवाओं की जो रिटर्न पहले पांच सितंबर तक दाखिल करनी थी, उस तिथि को ही अंतिम मान लिया जाए तो महज 11.54 फीसद कारोबारी ही रिटर्न दाखिल कर पाए। जीएसटी नेटवर्क की साइट में बार-बार आ रही तकनीकी खराबी के चलते कारोबारी रिटर्न दाखिल नहीं कर पा रहे। अब यह रिटर्न 10 सितंबर तक दाखिल की जानी है और साइट की खराबी अब तक दुरुस्त नहीं की जा सकी है।
जीएसटीआर-एक में संबंधित माह के कारोबार में माल व सेवाओं की आपूर्ति की जानकारी देनी होती है। यह रिटर्न राज्य के 64 हजार 207 कारोबारियों को फाइल करनी थी। जबकि रिटर्न फाइल करने की अंतिम तिथि पांच सितंबर से अब बढ़ाकर 10 सितंबर कर दिया गयी लेकिन अब तक सात हजार 412 कारोबारी ही जीएसटीआर-एक में रिटर्न दाखिल कर पाए।
जीएसटी के संयुक्त आयुक्त अमित गुप्ता के अनुसार जीएसटी नेटवर्क की साइट के नियमित काम न कर पाने के कारण अधिकतर कारोबारी रिटर्न दाखिल नहीं कर पा रहे हैं। इसको लेकर जीएसटी नेटवर्क को पत्र भी लिखा गया है। उम्मीद है कि जल्द साइट में सुधार कर लिए जाएगा और कारोबारी समय पर रिटर्न दाखिल कर पाएंगे।
जीएसटीआर-तीन बी में भी 66 फीसद आंकड़ा
जीएसटी की नई व्यवस्था को देखते हुए जुलाई माह के कारोबार अलग-अलग रिटर्न फाइल न कर कारोबारियों को एक साथ जीएसटीआर-तीन बी में रिटर्न दाखिल करने की छूट दी गई थी। इस रिटर्न की अंतिम तिथि 28 अगस्त थी और 29 अगस्त को जीएसटी नेटवर्क ने जो आंकड़े जारी किए उसमें 66.11 फीसद कारोबारियों की ही रिटर्न दाखिल मिली। इसके बाद भी स्टेट जीएसटी में राज्य को 280 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ। यानी रिटर्न का ग्राफ बढ़ते ही राजस्व में भी इजाफा हो पाएगा।
जीएसटी में पंजीकृत कारोबारी
कुल कारोबारी, 98,783
वैट से माइग्रेशन, 67,574
नए जुड़े कारोबारी 16,832
कारोबारियों ने बताई समस्या
जीएसटी नेटवर्क की तकनीकी खामी को लेकर इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष राकेश भाटिया राज्य माल और सेवा कर विभाग के अपर आयुक्त विपिन चंद्रा से मिले। एसोसिएशन की समस्या केंद्र तक पहुंचाकर जल्द समाधान कराने का आश्वासन दिया गया।