रविवार शाम गंगोत्री हाइवे पर हुए हादसे में सात लोगों ने अपनी जान गंवा दी। जबकि 28 लोग घायल हो गए थे। लेकिन ये पहली बार नहीं है जब गंगोत्री हाईवे पर हादसा हुआ हो। गंगोत्री हाईवे पर हादसों का इतिहास डरावना है। जिसमें सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
गंगोत्री हाईवे पर हादसों का है डरावना इतिहास
प्रदेश में भूस्खलन और प्राकृति आपदा के साथ हादसे भी लोगों की जान ले रहे हैं। वहीं सीमांत जनपद उत्तरकाशी में सड़क हादसों को पुराना इतिहास रहा है। बीते रविवार को गंगोत्री हाईवे से गुजर रही एक बस खाई में गिर गई। हादसे में सात लोगों की मौत हो गई। जबकि 28 लोग घायल हो गए।
आपको बता दें कि यहां ये कोई पहला हादसा नहीं है। उत्तरकाशी में पहले भी बड़ी दुर्घटनाएं हुई हैं। 1995 में हुए बस हादसे में 70 और 2017 में हुए बस हादसे में 30 लोगों की जिंदगी लील ली थी।
डबराणी, गंगनानी और नालूपानी में कई बार हुए हादसे
जिले में डबराणी, गंगनानी और नालूपानी का हादसे की दृष्टि से काला इतिहास रहा है। जिले में अधिकांश दुर्घटनाएं चारधाम यात्रा के समय घटित हुई हैं। जिनमें अधिकांश तीर्थयात्रियों की मौत हुई है। उत्तरकाशी जनपद में सबसे अधिक दुर्घटनाएं गंगोत्री हाईवे पर हुई हैं।
साल 1995 में 70 तो साल 2022 में 45 की गई थी जान
साल 2019 में उत्तरकाशी में कुल 23 सड़क दुर्घटनाएं हुई। जिनमें 18 व्यक्तियों की जान गई। जबकि 43 घायल हुए है। 2020 में तीन सड़क दुर्घटनाओं में 13 व्यक्तियों की मौत हुई है। जबकि साल 2021 में सड़क दुर्घटनाओं पर कुछ अंकुश लगा।
2022 में सड़क दुर्घटनाओं में 30 तीर्थयात्रियों सहित 45 की जान गई। इस बार पीक सीजन में चारधाम यात्रा सकुशल चली। परंतु रविवार को इस वर्ष की सबसे बड़ी दुर्घटना घटित हुई। ये दुर्घटना बेहद ही डरावनी रही।
उत्तरकाशी जनपद में अब तक ये हुए भीषण हादसे
- 20 सिंतबर 1995 को बस भागीरथी में गिरने से 70 व्यक्तियों की मौत (गंगोत्री हाईवे)
- नौ जुलाई 2006 को नालूपानी के पास बस गिरने से 22 व्यक्तियों की मौत (गंगोत्री हाईवे)
- तीन जुलाई 2008 को नाकुरी के पास बस गिरने से 13 व्यक्तियों की मौत (गंगोत्री हाईवे)
- 21 जुलाई 2008 को सुक्कीटॉप के पास बस गिरने से 14 व्यक्तियों की मौत (गंगोत्री हाईवे)
- चार जुलाई 2009 को भटवाड़ी गंगनानी के बीच में बस भागीरथी में गिरने से 40 व्यक्तियों की मौत (गंगोत्री हाईवे)
- 10 जुलाई 2009 को नालूपानी में टैक्सी गिरने से 12 व्यक्तियों की मौत (गंगोत्री हाईवे)
- एक अगस्त 2010 को गंगनानी के पास ट्रक गिरने से 27 कांवड़ यात्रियों की मौत (गंगोत्री हाईवे)
- 16 जुलाई 2012 को संगलाई के पास मैक्स खाई में गिरने से पांच ग्रामीणों की मौत (गंगोत्री हाईवे)
- 29 जुलाई 2013 को मोरी के पांव तल्ला के पास बस गिरने से 13 व्यक्तियों की मौत, 20 घायल (मोरी नैटवाड़ सम्पर्क मार्ग)
- 23 मई 2017 को नालूपानी के पास बस गिरने से 27 तीर्थयात्रियों की मौत (गंगोत्री हाईवे)
- चार जून 2017 को भटवाड़ी हेल्गुगाड़ के पास टैक्सी गिरने से 12 व्यक्तियों की मौत (गंगोत्री हाईवे)
- तीन सितंबर 2018 को भटवाडी संगलाई के पास टेम्पो ट्रेवल गिरने से 14 तीर्थयात्रियों की मौत (गंगोत्री हाईवे)
- पांच अक्टूबर 2018 को भटवाड़ी सुनगर के पास हुए हुए टैम्पो ट्रैवलर में 10 तीर्थयात्रियों की मौत (गंगोत्री हाईवे)
- 18 नवंबर 2018 को डामटा के निकट किमथात के पास बस दुर्घटना, 14 व्यक्तियों की मौत, 14 घायल (हर्बटपुर-यमुनोत्री हाईवे)
- पांच जून 2022 को डामटा के निकट बस दुर्घटना 25 तीर्थयात्रियों की मौत पांच घायल (हर्बटपुर-यमुनोत्री हाईवे)
- 19 नवंबर 2022 कल्याणी के पास कार दुर्घटना में पांच की मौत, एक घायल ( यमुनोत्री हाईवे)
- 20 अगस्त 2023 गंगनानी के पास बस दुर्घटना में सात की मौत 28 घायल (गंगोत्री हाईवे